रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ताबड़तोड़ फैसला लेना और आदेश देना शुरू कर दिया है। सोमवार को उन्होंने अपना पहला आदेश जारी किया। मुख्यमंत्री ने बलात्कार और पोस्को एक्ट के लंबित मामलों पर त्वरित सुनवाई के लिए राज्य में 22 फास्ट ट्रैक विशेष अदालत बनाने का आदेश दिया है, ताकि इन मामलों का जल्द से जल्द निष्पादन किया जा सके। मुख्यमंत्री ने इन फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालय की प्रशासनिक स्थापना का आदेश दिया। साथ ही इसके संचालन के लिए जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश के 22 पद और उसके संचालन के लिए प्रत्येक न्यायालय में वर्ग तीन और वर्ग चार के सात-सात पद, अर्थात कुल 154 अराजपत्रित पदों के सृजन की भी स्वीकृति दी है।
कैबिनेट की पहली बैठक का था निर्णय
बता दें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ घंटे बाद 29 दिसंबर को हुई पहली कैबिनेट की बैठक में महिलाओं तथा अवयस्कों के विरुद्ध हो रहे यौन उत्पीड़न एवं अन्य अपराधों के बारे में प्रत्येक जिला में फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करते हुए न्यायिक पदाधिकारियों के आवश्यक पदों के सृजन का निर्णय लिया गया था। मुख्यमंत्री का यह आदेश उसी फैसले को लागू करने की दिशा में बढ़ाया गया कदम है।
पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र शुरू, 78 विधायकों ने ली शपथ
रांची। झारखंड की पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सबसे पहले सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली। प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने विधानसभा के नये सदस्यों को शपथ दिलायी। मुख्यमंत्री ने प्रोटेम स्पीकर का अभिवादन किया और पंचम विधानसभा के लिए सभी निर्वाचित सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इससे पहले सदन के नेता के तौर पर वह विधानसभा में अपने चैंबर में भी गये और कुर्सी संभाली। वह खुद अपनी कार ड्राइव करते हुए विधानसभा पहुंचे। सदन में मुख्यमंत्री ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों से मिलकर अभिवादन स्वीकार किया। झामुमो विधायक समीर मोहंती सत्र में उपस्थित नहीं हो सके। इसका कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। वहीं भाजपा विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं होने के कारण नेता प्रतिपक्ष का आसन खाली रहा। विधानसभा में 55 विधायकों ने हिंदी में, जबकि धनबाद के राज सिन्हा, राजमहल के अनंत ओझा और बोकारो से भाजपा के विधायक बिरंची नारायण ने संस्कृत में शपथ ली।
वहीं अंगिका भाषा में देवघर के नारायण दास, गढ़वा के मिथिलेश ठाकुर और गोड्डा से भाजपा विधायक अमित मंडल ने शपथ ली। बंधु तिर्की ने कुड़ुख और कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने नागपुरी में शपथ ली। हो भाषा में शपथ लेनेवाले विधायकों में दीपक बिरुआ, निरल पूर्ति, सोनाराम सिंकू, दशरथ गगराई शामिल थे। साथ ही सीता सोरेन, लोबिन हेंब्रम, रामदास सोरेन ने संथाली भाषा में शपथ ली। इसके अलावा 55 विधायकों ने हिंदी में शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी। इस दौरान 78 विधायकों ने सोमवार को शपथ ली। 81 में से एक सीट पर प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी, दूसरी सीट दुमका पर सीएम हेमंत सोरेन और तीसरी सीट पर समीर मोहंती शपथ ग्रहण नहीं कर सके।
विस में आज-कल क्या-क्या
मंगलवार को ही विस सत्र में स्पीकर का चुनाव, राज्यपाल का अभिभाषण और द्वितीय अनुपूरक बजट भी पेश होगा। इस पर चर्चा अगले दिन की जायेगी। बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर भी सत्ता और विपक्ष के नेता अपना-अपना पक्ष रखेंगे।