रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वह दुमका विधानसभा सीट छोड़ रहे हैं। बरहेट की सीट से विधायक बने रहेंगे। सोमवार को विधानसभा के सत्र में भाग लेने के बाद हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने दो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर जीत मिली। बरहेट और दुमका दोनों विधानसभा क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद उन्हें प्राप्त हुआ। नियम के मुताबिक उन्हें एक सीट से त्यागपत्र देना था। उन्होंने बरहेट को अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना है। भरोसा है कि दुमका विधानसभा सीट से हमारा उम्मीदवार दोबारा जीतेगा। जाहिर है, हेमंत सोरेन के दुमका सीट छोड़ने पर छह महीने के अंदर वहां फिर से चुनाव होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सरकार अपने काम में लग जायेगी। सभी कर्मचारी, अधिकारी, विधायक पूरे उत्साह से काम करेंगे और सदन की गरिमा को कायम रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हिंसा पर चिंता जतायी और घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शैक्षणिक संस्थान बंद है। सरकार की नीतियों के खिलाफ लोग सड़क पर उतर रहे हैं। यह बेहद दुखद है। यह पूछे जाने पर कि मंत्रिमंडल का गठन कब होगा, उन्होंने कहा कि जल्दी ही होगा। एंग्लो इंडियन सदस्य के प्रतिनिधत्व के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस विषय में वक्त आने पर बतायेंगे।
हेमंत सोरेन ने दुमका विधानसभा सीट पर भाजपा की उम्मीदवार और मंत्री रहीं लुइस मरांडी को 13 हजार 188 मतों के अंतर से पराजित किया था। बरहेट में भाजपा के उम्मीदवार सिमोन मालतो को उन्होंने 25 हजार 740 मतों से हराया।
स्पीकर का चयन अब मात्र औपचारिकता
नाला से जेएमएम के विधायक रवींद्र नाथ महतो के विधानसभा अध्यक्ष बनने में मात्र औपचारिकता ही शेष है। विपक्ष की ओर से इस पद के लिए नामांकन नहीं किया गया है। इस कारण रवींद्र महतो का निर्विरोध चुना जाना तय है। स्पीकर के लिए झामुमो-कांग्रेस-राजद ने रवींद्र नाथ महतो के नाम पर सहमति बनायी। इसके बाद रवींद्र नाथ महतो ने इस पद के लिए नामांकन दाखिल भी कर दिया। रवींद्र नाथ महतो नाला से तीन बार 2005, 2014 और 2019 में चुनाव जीते हैं।
विधायी कार्यों के जानकार भी रहे हैं। रवींद्र नाथ महतो के स्पीकर बनने से अब संभावना प्रबल है कि स्टीफन मरांडी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।