रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि सरकार की खेल नीति के केंद्र में खेल और खिलाड़ी ही होंगे। उनकी सरकार के प्रयास से झारखंड खेल के अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर छायेगा। खेल के क्षेत्र में, विशेषकर महिला खिलाड़ियों के लिए झारखंड में अपार संभावनाएं और प्रतिभा है। आवश्यकता है इनको तराशने की और अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिलाये जाने की। इस दिशा में हमारे प्रयास को आने वाले दिनों में महसूस किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय में अमेरिका के मिडलेबरी कॉलेज फील्ड हॉकी और शक्तिवाहिनी संस्था के दल के साथ बातचीत में यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी खेल नीति के केंद्र में खिलाड़ी और खेल ही होना चाहिए। खेल को हम बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्प हैं। उन्होंने अमेरिका के वरमोंट के मिडलेबरी कॉलेज फील्ड हॉकी प्रशिक्षक कथेरिन पैरी डेलॉरेंजो से कहा कि साल में सात दिनों के बदले पूरे साल झारखंड की महिला खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने पर विचार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब के द्वारा खेल के अलावा उनके व्यक्तित्व निर्माण के लिए और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जागरूक करने के लिए किये जा रहे प्रयास सराहनीय हैं।
107 जनजातीय बलिकाओं को सात दिनों का प्रशिक्षण
ज्ञात हो कि शक्तिवाहिनी और कोलकाता स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के द्वारा वरमोंट के मिडलेबरी कॉलेज फील्ड हॉकी के प्रशिक्षक दल द्वारा झारखंड के गुमला, सिमडेगा, खूंटी और लोहरदगा जिलों के गांवों की 107 जनजातीय बलिकाओं को सात दिनों का प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण का फाइनल कार्यक्रम शनिवार को होगा।
ये रहे मौजूद: मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपालजी तिवारी और मुख्य प्रशिक्षिका कथेरिन पैरी डेलॉरेंज, शक्तिवाहिनी के ऋषि कांत, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य मंजू हेंब्रम, स्नेहा हर्ष, प्रियंका कुमारी, प्यारी एक्का, पूर्णिमा नीति, सोमराई कुमारी, ग्रेस मर्फी, इरीन निकोलस, केली कॉएल, जोआन वेरा, रेचल पौंबो, अलीसा डिमैओ, कार्सन पीकॉक, रेली मर्चिम, हन्नाह सुलोइवन आदि उपस्थित थे।