रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर चार जनवरी को हुए हमले की जांच शुरू कर दी गयी है। साथ ही कोताही बरतने के आरोप में सुखदेव नगर और कोतवाली के थानेदार को सस्पेंड करने का आदेश दिया गया है। किशोरगंज चौक पर हंगामा हुआ था, वह सुखदेव नगर थाना में पड़ता है। भीड़ जहां एकत्र थी, वह कोतवाली थाना में पड़ता है। इधर, मुख्यमंत्री के काफिले में अब ट्रैफिक इंस्पेक्टर के बजाय डीएसपी स्तर के अधिकारी चलेंगे। मुख्यमंत्री अगर शहर में कहीं जायेंगे तो स्कॉर्ट पार्टी की अगुवाई अब डीएसपी करेंगे। एक तरह से सीएम की सुरक्षा में यह परिवर्तन किया गया है।
काफिले पर हमले की घटना की जांच भी शुरू कर दी गयी है। सरकार ने भू-राजस्व सचिव केके सोन और आइजी अखिलेश झा को इसकी जवाबदेही सौंपी है। दोनों से विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी गयी है। इन दोनों अधिकारियों को कहा गया है कि वे जवाबदेही तय करने वाली रिपोर्ट दें। जल्द ही दोनों अधिकारी अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। जांच के क्रम में किशोरगंज में पदस्थापित ट्रैफिक के सिपाही, गोंदा थाना के इंस्पेक्टर, उनके वाहन चालक के अलावा जिला के दो सीनियर अधिकारियों से भी पूछताछ की जायेगी।

आरोपियों की खोज में छापामारी जारी
घटना के बाद सुखदेव नगर थाना में जो प्राथमिकी दर्ज हुई है, उनके आरोपियों की खोज तेज कर दी गयी है। पुलिस ने अब तक तीन दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें से 18 लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। प्रशासन घटना को साजिश की परिणीति मानता है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसके पीछे किन ताकतों का हाथ है। पुलिस उपद्रवियों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहयोग ले रही है। पुलिस को फिलहाल इस मामले में भैरव सिंह की तलाश है।

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