आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड के बोकारो स्टील सिटी निवासी आयुष आनंद करीब 6 माह पहले कमाई के लिए गुड़गांव गया था। परिवार की खराब आर्थिक स्थिति दूर करने के उद्देश्य से गुड़गांव में जॉब कर रहे आयुष के साथ 9 जनवरी की रात बदमाशों ने हमला कर दिया। काम से रात 11.30 बजे अपने रूम जा रहे आयुष के साथ पुराना रेलवे रोड गुड़गांव के पास कुछ बदमाशों ने मोबाइल और पैसा छीन लिया। विरोध करने पर पटक कर 10-15 किलो भारी पत्थर से पेट में मारा। जिसके कारण 23 साल के आयुष किडनी और लीवर डैमेज हो गया। जिसके बाद आनन-फानन में आर्यन हॉस्पिटल गुड़गांव में भर्ती कराया गया। यहां ऑपरेशन कर एक किडनी निकाल दी गई है। मगर हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। आयुष आनंद ने 6 महीने पहले ही घर की जिम्मेदारी अपने कांधे पर ली थी। क्योंकि, उसके पिता की किडनी खराब हो गई है। जिसकी वजह से वह अब ऑ टो नहीं चलाते। मां सिलाई का काम करती है। ऐसे में दो भाईयों में बड़े होने के कारण आयुष ने की जिम्मेदारी लेते हुए गुड़गांव जाकर नौकरी शुरू की। मगर इस हादसे से पूरा परिवार सकते में है। आयुष के घर की स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में उसके इलाज के लिए अभी करीब पांच लाख रुपए रिश्तेदारों ने आपसी चंदे से कर अस्पताल में जमा किया है। जिसके बाद उसका ऑपरेशन हो पाया। बताया जा रहा है कि इलाज में और भी खर्च आएंगे। दूसरी ओर परिवार इलाज कराने में सक्षमआयुष के घर की स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में उसके इलाज के लिए अभी करीब पांच लाख रुपए रिश्तेदारों ने आपसी चंदे से कर अस्पताल में जमा किया है। जिसके बाद उसका ऑ परेशन हो पाया। बताया जा रहा है कि इलाज में और भी खर्च आएंगे। दूसररी ओर परिवार इलाज कराने में सक्षम नहीं है। ऐसे में वे किसी मसीहा का इंतजार कर रहे हैं कि कोई आए और आयुष का इलाज कराए। रिश्तेदारों का कहना है कि अगर सरकार इस मामले में पहल करे और उसके इलाज में तेजी दिखाए तो किसी गरीब के बेटे की जान बचाई जा सकती है।

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