नई दिल्ली। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शनिवार को एसएफआई कार्यकर्ताओं की ओर से काले झंडे दिखाने और बाद में उनकी कार के करीब आने के बाद कोल्लम के नीलामेल में सड़क किनारे विरोध में धरने पर बैठ गए।
इस मामले में नाराजगी जताते हुए राज्यपाल ने अपनी कार रुकवाई और पुलिस से पूछताछ की। उसके बाद पास की चाय की दुकान से एक कुर्सी निकाली और सड़क के किनारे बैठ गए। उन्होंने कहा, “मैं यहां से नहीं जाऊंगा। पुलिस मुझे सुरक्षा दे रही है।”
राज्यपाल ने केंद्रीय गृह सचिव से मामले की शिकायत की है। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने की कोशिश की। राज्यपाल का कहना है कि एक विफल पुलिस व्यवस्था के कारण इस तरह का संकट पैदा हुआ।
राज्यपाल ने आरोप लगाया, “मुझे काले झंडे लहराए जाने से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन आंदोलनकारी मेरी कार पर हमला कर रहे हैं।” उन्होंने पुलिस पर ड्यूटी में गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया।
एसएफआई कार्यकर्ता राज्यपाल की ओर से राज्य के विश्वविद्यालयों में भाजपा समर्थक कार्यकर्ताओं को नामित करने के आरोप लगाते हुए उनका विरोध कर रहे थे।
राज्यपाल एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नीलामेल स्थित एक कॉलेज जा रहे थे। इस दौरान एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और कथित तौर पर कार पर हमला किया। इस पर राज्यपाल ने कार रुकवा दी। वे कार से बाहर आये और एसएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं करने के लिए पुलिस पर नाराज हुए।
इस पर पुलिस ने राज्यपाल को सूचित किया कि एसएफआई के 12 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। यह सुनने के बाद राज्यपाल ने कहा कि और भी लोग हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सभी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, वे वहां से नहीं जायेंगे।