-डीसी रामनिवास इडी के सामने नहीं हुए पेश
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव और मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू को किये गये समन पर कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल ने इडी को पत्र लिखा है। उन्होंने इडी से जानना चाहा है कि दोनों को क्यों बुलाया गया है? सूत्रों के अनुसार उन्होंने पत्र मे कहा है कि रामनिवास यादव और अभिषेक कुमार पिंटू को भेजे गये समन में जिस एफआइआर का जिक्र है वह अस्पष्ट है। उधर, डीसी रामनिवास यादव को गुरुवार को इडी के सामने पेश होना था। वह इडी कार्यालय नहीं पहुंचे। अभिषेक कुमार को 16 जनवरी को इडी ने बुलाया है।
कैबिनेट के आदेश का पालन हुआ शुरू:
गौरतलब है कि 9 जनवरी को कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पास किया था, जिसमें कोई भी बाहरी जांच एजेंसी के बुलावे पर झारखंड के पदाधिकारी सीधा जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं होंगे। अधिकारी पहले इसकी जानकारी अपने विभागीय प्रमुख को देंगे। विभागीय प्रमख मंत्रिमंडल समन्वय विभाग को सूचना देगा। फिर विभाग लीगल ओपिनियन के बाद आगे कदम उठाने के बारे में कोई आदेश देगा। इस मामले में मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। इस नियम का पालन शुरू हो गया है। नोडल विभाग होने के नाते कैबिनेट और निगरानी विभाग की सचिव वंदना डाडेल ने रामनिवास और अभिषेक कुमार के संबंध में इडी को पत्र लिखा और समन में स्पष्ट नहीं होने की बात लिखी है। उन्हें क्यों बुलाया गया है? यह इडी से जानना चाहा है।
डीसी और हवलदार नहीं पहुचे इडी कार्यालय:
साहिबगंज में 1250 करोड़ के अवैध खनन मामले में इडी ने 3 जनवरी को छापेमारी की थी। मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव, डीएसपी राजेंद्र दुबे, साहिबगंज के खनन कारोबारी खुदानिया बंधु, आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह, रौशन सिंह, कोलकाता के कारोबारी अभय सरावगी, पूर्व विधायक पप्पू यादव, रांची के बिरसा मुंडा जेल के जमादार अवधेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की थी। वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये थे। जबकि डीसी के कैंप कार्यालय से नगद और पिस्टल की गोली भी बरामद हुई थी। इसके बाद इडी ने रामनिवास, अभिषेक कुमार सहित अन्य को समन किया था। साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव गुरुवार को इडी आॅफिस नहीं पहुंचे। इसके अलावा रांची जेल के हवलदार अवधेश कुमार को भी इडी के समक्ष उपस्थित होना था। वह भी इडी आॅफिस नहीं आये।