-2024-25 के बजट की तैयारी, मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
– रोजगार तथा स्वरोजगार के प्रावधानों में वृद्धि पर जोर देने का निर्देश
– अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना प्राथमिकता में रखने को कहा
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। राज्य सरकार ने 2024-25 के बजट की तैयारी शुरू कर दी है। फरवरी में बजट सत्र शुरू होने की उम्मीद है। फरवरी अंतिम या मार्च पहले सप्ताह में विधानमसभा में बजट पेश होगा। इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को बजट 2024-25 की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने आगामी बजट में राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, खेल, उद्योग, स्वास्थ्य, कृषि, बिजली, पानी, सड़क, आवास योजना और सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत पेंशन राशि, स्कूल एवं कॉलेजों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति सहित अन्य प्रमुख मुद्दों पर विशेष फोकस किये जाने का निर्देश अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव भी मौजूद थे।
बैठक में हेमंत सोरेन ने कहा कि समस्त झारखंड वासियों की प्राथमिकताओं और आकांक्षाओं को दृष्टिगत रखते हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एक बेहतर बजट तैयार करें। बजट में जन-कल्याण और सर्वांगीण विकास पर बल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है। इस दिशा में लगातार कार्य किये जा रहे हैं। झारखंड कई क्षेत्रों में तेज गति से प्रगति भी कर रहा है। गांव, कृषि, किसान और नौजवान पर फोकस करते हुए जन कल्याणकारी योजनाओं को उन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। बजट में रोजगार तथा स्वरोजगार के प्रावधानों में वृद्धि पर जोर दें। आनेवाले समय में भी इन्हें और मजबूत किये जाने के लक्ष्य के साथ कार्य योजनाएं राज्य सरकार बना रही है।

जरूरी क्षेत्रों में विशेष प्रावधान करने की आवश्यकता:
मुख्यमंत्री ने बजट में राज्य में लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा, मनरेगा के लिए प्रावधान, रोजगार तथा स्वरोजगार बढ़ाने, खेल गतिविधियों को बढ़ावा, महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार, बच्चों के पोषण में सुधार सहित अन्य सभी जरूरी क्षेत्रों में विशेष प्रावधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आगामी बजट में एक नयी और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। बजट 2024-25 में दूरदर्शिता के साथ प्रावधानों को समाहित करें। गरीब कल्याण हमारी सरकार का ध्येय है। राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ विकास की राह में खड़े अंतिम व्यक्ति को मिले, इस सोच के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।
बैठक में थे मौजूद:
बैठक में मुख्य सचिव एल खियांग्ते, विकास आयुक्त अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना दादेल, वित्त विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, योजना एवं विकास विभाग के सचिव प्रशांत कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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