– हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सभी विधायक एकजुट
-गांडेय सीट छोड़ने के लिए सरफराज अहमद को दिया धन्यवाद
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में बुधवार को सत्तारूढ़ दल के विधायकों की अहम बैठक हुई। इस बैठक में राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर विशेष रूप से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने पूरे घटनाक्रम पर अपनी बात रखते हुए सभी को इससे अवगत कराया। विधायकों ने मुख्यमंत्री के प्रति अपना पूरा विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि वे हमेशा उनके साथ हैं और आगे भी बने रहेंगे। किसी भी तरह की स्थिति में वे सभी पूरी तरह एकजुट हैं। मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश को सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास और जनहित में लगातार कार्य कर रही है और यह निरंतर जारी होगा। उधर, प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मीडिया-सोशल मीडिया की बातों पर ध्यान नहीं दें। वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। भाजपा अफवाह फैला रही है।
पिछले तीन दिनों से चर्चाओं का बाजार था गर्म:
गौरलतब है कि 31 दिसंबर को गांडेय विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म था। अटकलें लगायी जा रही थी कि यह सीट मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन के लिए खाली करायी गयी है। वह आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकती,ं इसलिए यहां से चुनाव लड़ेंगी। अटकल यह भी लगायी जा रही थी कि प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की दबिश को देखते हुए हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। भाजपा नेता लगातार यह दावा कर रहे थे। हालांकि विधायक दल की बैठक से एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया था कि कल्पना सोरेन चुनाव नहीं लड़ेंगी। यह भाजपा की कोरी कल्पना है। बैठक के बाद यह बात और साफ हो गयी है।
रणनीति के तहत सीट खाली करायी गयी:
प्राप्त जानकारी के अनुसार सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक में गांडेय सीट खाली करने के लिए विधायकों ने सरफराज अहमद का धन्यवाद किया। सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन ने बैठक में कहा कि यह सीट रणनीति के तहत खाली करायी गयी है। भविष्य में कुछ अनहोनी होती है, तो इस पर कोई निर्णय लिया जायेगा। बैठक मे उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे। वह इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। यह केवल भाजपा द्वारा फैलायी गयी अफवाह है।
बैठक में 37 विधायक रहे मौजूद:
बैठक में नलिन सोरेन, सुदिव्य कुमार सोनू, बेबी देवी, समीर मोहंती, रामदास सोरेन, संजीव सरदार, मंगल कालिंदी, सबिता महतो, दीपक बिरुआ, निरल पूर्ति, जोबा मांझी, सुखराम उरांव, दशरथ गगराई, भूषण तिर्की, बैद्यनाथ राम, मिथिलेश ठाकुर, अंबा प्रसाद, जयमंगल सिंह, भूषण बाड़ा, रामचंद्र सिंह और सत्यानंद भोक्ता समेत 37 विधायक शामिल रहे। कांग्रेस और झामुमो के दो-दो विधायक नहीं थे। वे निजी कार्याें में व्यस्त होने के कारण बैठक में नहीं आये। सूत्रों के मुताबिक सभी विधायकों को अभी रांची में ही रहने के लिए कहा गया है। एक-दो दिन में वनभोज का कार्यक्रम बनाने की भी योजना है। विधायकी से इस्तीफा देने के बाद भी सरफराज अहमद बैठक में पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुझे बैठक में बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि पार्टी को जरूरत थी, इसलिए उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया। आगे इसका पार्टी क्या इस्तामल करेगी, यह देखा जायेगा। जिसे जो कयास लगना है, वह लगाये।
किसने क्या कहा:
हेमंत सोरेन अभी मुख्यमंत्री हैं और आगे भी मुख्यमंत्री बने रहेंगे-प्रदीप यादव, कांग्रेस विधायक
-सरकार पर कोई संकट नहीं है। सीएम हेमंत सोरेन हैं और वहीं बरकरार रहेंगे उन्होंने कहा कि इस्तीफे की बात सही नहीं है। जैसा है वैसा चलता रहेगा- मथुरा महतो, झामुमो विधायक
-हेमंत सोरेन हमारे सर्वमान्य नेता हैं। वही मौजूद रहेंगे- मंत्री मिथिलेश ठाकुर
-बैठक में एक लिफाफा था। मैंने उस लिफाफा को खोला, जिस पर लिखा था, अगले 25 साल तक हेमंत सोरेन की सरकार रहेगी- इरफान अंसारी, कांग्रेस विधायक