प्रभात खबर के प्रधान संपादक और स्थानीय संपादक विजय पाठक को मिली धमकी के मामले में जेल आईजी ने रांची जेलर प्रमोद कुमार, सीनियर वार्डन अवधेश सिंह और कम्प्यूटर ऑपरेटर पवन को निलंबित किया है।

बता दें, संपादक को मिली धमकी में लैंड लाइन फोन का इस्तेमाल किया गया था। योगेंद्र तिवारी ने प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी के साथ- साथ स्थानीय संपादक विजय पाठक को भी फोन किया था। यह फोन बगैर जेल के अधिकारियों के मिलीभगत के संभव नहीं था। यही वजह है कि अधिकारी सस्पेंड भी कर दिए गए।
150 से ज्यादा मोबाइल एक्टिव

कौन है योगेंद्र तिवारी

योगेंद्र तिवारी को शराब घोटाले का मास्टरमाइंड माना जाता है। पिछले साल 23 अगस्त योगेंद्र तिवारी के 34 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। रेड में बरामद मोबाइल का सारा डाटा उसने पहले ही हटा दिया था। शराब और बालू के कारोबार के संचालन के लिए वह दो ईमेल आईडी का इस्तेमाल करता था। इसे भी उसने हटा दिया था। योगेंद्र तिवारी ने दो सिम कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू किया था जिसके लिए वह सात अलग- अलग मोबाइल रखता था। ईडी ने दायर आरोप पत्र में बताया है कि योगेंद्र तिवारी ने बालू और जमीन के व्यापार से अवैध कमाई की है। बालू की अवैध बिक्री से 9.15 करोड़ रुपए और राय बंगला की जमीन बेच कर नकद 5.62 करोड़ रुपए कमाए।

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