जयपुर। सचिवालय के कमेटी रूम्स और कॉन्फ्रेंस हॉल में होने वाली बैठकों में अब नाश्ते में मिठाई और नमकीन पर रोक लगा दी गई है। सचिवालय के कमेटी रूम्स और कॉन्फ्रेंस हॉल में होने वाली बैठकों में नाश्ते के तौर पर केवल रोस्टेड चने, रोस्टेड मूंगफली, मखाने और मल्टी ग्रेन बिस्किट ही मंगवा सकेंगे। ब्रांडेड बोतल बंद पानी की जगह कांच की बोतल में पानी मिलेगा। सीएमओ को इससे अलग रखा गया है।

कार्मिक विभाग ने सचिवालय की बैठकों में नाश्ते और पानी के लिए सर्कुलर जारी किया है। कार्मिक विभाग का यह सर्कुलर विभागों की बैठकों पर लागू होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को इससे अलग रखा गया है। मंत्रालय भवन और मंत्री स्तर पर होने वाली बैठकों पर यह लागू नहीं होगा। सीएमओ की व्यवस्थाएं अलग विभाग देखता है। इसके लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी को काम दिया हुआ है। सचिवालय कार्मिक विभाग के अधीन आता है। इसकी बैठकों की व्यवस्था से लेकर उनके मैन्यू तक यही विभाग तय करता है। सचिवालय में विभागों की बैठकें कॉन्फ्रेंस हॉल और कमेटी रूम में होती है। हर बैठक में नाश्ता और चाय की व्यवस्था होती है। अब तक नाश्ते में मिठाई, समोसे, नमकीन चिप्स दिए जाते थे। अब कार्मिक विभाग ने इसमें बदलाव कर दिया है।

सचिवालय की बैठकों में नाश्ते का नया मैन्यू तय करने के पीछे खर्च कम करने की कोशिश बताई जा रही है। आम तौर पर खर्च कम करने का सर्कुलर वित्त विभाग जारी करता है। कार्मिक विभाग का नया सर्कुलर प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। सरकारी बैठकों के दौरान नाश्ते को लेकर इस तरह का यह पहला आदेश है। बैठकों के नाश्ते का मैन्यू बदलने के पीछे जनवरी के पहले सप्ताह में हुई बैठक में हुए फैसले को कारण बताया गया है। इस सर्कुलर के बाद अब सचिवालय की बैठकों में नाश्ते की प्लेट का मैन्यू बदल जाएगा।

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