Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, October 13
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»भगवान बिरसा की भूमि में रंगरोड़ी धाम का छटा निराली
    Jharkhand Top News

    भगवान बिरसा की भूमि में रंगरोड़ी धाम का छटा निराली

    SUNIL SINGHBy SUNIL SINGHJanuary 5, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    गुफा में विराजमान हैं शिवलिंग, जहां बहती है अविरल जलधारा
    खूंटी । वीरों और खिलाड़ियों की धरती के रूप में प्रसिद्ध खूंटी जिले को एक ओर जहां कुदरत ने प्राकृतिक सौंदर्य से खूब सजाया-संवारा है, वहीं सदियों पुराने धार्मिक स्थल भी दिये हैं, जो चिरंतन काल से लोगों की अटूट श्रद्धा और विश्वास का केंद्र बने हुए हैं। इन्हीं प्राचीन धार्मिक स्थलों में एक है जिले की मुरही पंचायत में स्थित बाबा रंगरोड़ी धाम शिवलिंग।

    चारों और घने जंगलों के बीच तजना नदी के बीच एक गुफा में विराजमान स्वयंभू शिवलिंग की पूजा-अर्चना सदियों से होती आ रही है। हर समय तजना नदी का पवित्र जल रंगरोड़ी बाबा का जलाभिषेक करता रहता है। बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को एक पांच फीट गहरी गुफा में उतरना पड़ता है।

    मान्यता है कि रंगरोड़ी बाबा से सच्चे मन से मांगी गई मनोकामना जरूर पूरी होती है। यहीं कारण है कि घने जंगलों के बीच स्थित इस शिवलिंग की पूजा-अर्चना के लिए हर दिन श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। सावन के महीने में तो यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। हर वर्ष मकर संक्रांति पर 15 जनवरी को यहां टुसु मेला लगता है, जहां दर्जनों गांव के लोग अपने नृत्य दल और चौड़ल के साथ शामिल होते हैं। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रंगरोड़ी धाम पहुंचने के लिए रांची-खूंटी रोड पर हुटार चौक से पूरब दिशा में जाना पड़ता है। रिंग रोड रांची से चुकरू मोड़ होकर भी यहां पहुंचा जा सकता है।

    क्यों पड़ा रंगरोड़ी धाम का नाम

    रंगरोड़ी धाम के नामकरण के संबंध में वैसे तो कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है, पर इसको लेकर कई किंवदंतियां प्रचलित हैं। बड़ा बारू गांव के ग्राम प्रधान देवसाय पाहन बताते हैं कि उनके पूर्वजों के अनुसार किसी गांव में रंग नामक एक महिला भक्त को स्वप्न में बाबा भोलनाथ ने कहा कि वे तजना नदी की गुफा में हैं और उनकी पूजा-अर्चना होनी चाहिए। महिला सपने में बताई गई जगह को खोजते-खोजते उस स्थान पर पहुंच गई, जहां उसने गुफा में विराजमान शिवलिंग को देखा।

    ग्राम प्रधाान ने बताया कि जब रंग नामक महिला वहां पहुंची, उसी समय एक दूसरे गांव से रोड़ी बाबा नामक एक संत भी शिवलिंग की खोज करते वहां पहुंचे। उन्होंने भी सपने में शिवलिंग वाले स्थान को देखा था। बताया जाता है कि दोनों ही महिला-पुरुष उसी जंगह पर रहकर पूजा-अर्चना करने लगे। चूंकि महिला का नाम रंग था और संत का नाम रोड़ी बाबा था, इसलिए यह धाम रंगरोड़ी बाबा धाम के रूप में प्रसिद्ध हो गया। इस किंवदंति की बात मेला संचालन समिति के अध्यक्ष मुकेश महतो ने भी कही।

    अब तक पर्यटन स्थल के रूप में नहीं हुआ विकसित

    बाबा रंगरोड़ी धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा पिछले वर्ष ही की गई थी। गत वर्ष मई महीने में जिला सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने जिले के उप विकास आयुक्त नीतीश कुमार सिंह के साथ धाम का दौरा भी किया था। उस दौरान जिला सांसद प्रतिनिधि ने कहा था कि खूंटी के सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा नें रंगरोड़ी धाम के विकास की पहल की है और इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। इस संबंध में ग्राम प्रधान देवसाय पाहन ने कहा कि अब तक तो यह घोषणा महज घोषणा ही साबित हुई है, धरातल पर कोई पहल नजर नहीं आती।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleनशे में धुत चालक ने एंबुलेंस को डिवाइडर पर चढ़ाया
    Next Article देशभर के आला पुलिस अधिकारियों का सम्मेलन आज से, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री रहेंगे मौजूद
    SUNIL SINGH

      Related Posts

      विधायक ने सुनी जनता की समस्या, दिया निराकरण का भरोसा

      October 12, 2025

      झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने घाटशिला उपचुनाव को लेकर की समीक्षा बैठक

      October 12, 2025

      स्वदेशी अपनाना सिर्फ वस्तुओं का चयन नहीं, देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है: राज्यपाल

      October 12, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • विधायक ने सुनी जनता की समस्या, दिया निराकरण का भरोसा
      • झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने घाटशिला उपचुनाव को लेकर की समीक्षा बैठक
      • स्वदेशी अपनाना सिर्फ वस्तुओं का चयन नहीं, देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है: राज्यपाल
      • सड़क हादसा में टाटा स्टील कर्मी की मौत, पांच घायल
      • जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version