इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सर्वाधिक अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम में संघर्ष विराम तोड़ते हुए हिंसा करने वाले सशस्त्र हमलावरों में से पांच की पहचान कर ली गई है। इस गोलीबारी में कुर्रम के उपायुक्त जावेदुल्ला महसूद घायल हुए हैं। प्रांतीय सरकार ने उपायुक्त पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है। सरकार ने इसे जिले में प्रतिद्वंद्वी जनजातियों के बीच हाल ही में हस्ताक्षरित शांति समझौते का उल्लंघन बताया है।

पाकिस्तान के समाचार पत्र द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार यह निर्णय मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर की अध्यक्षता में देररात हुई बैठक में लिया गया। बैठक में कुर्रम जिले के बागान गोलीबारी की घटना के बाद की स्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में मुख्य सचिव और प्रांत के पुलिस प्रमुख सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि उपायुक्त के अलावा छह अन्य घायल हो गए। इनमें फ्रंटियर कांस्टेबुलरी कर्मी, एक पुलिसकर्मी और चार नागरिक शामिल हैं। अशांत क्षेत्र में शांति बहाल करने के प्रयासों में अहम भूमिका निभाने वाले उपायुक्त और अन्य को अस्पताल ले जाया गया। देररात हुई बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि इस घटना के लिए स्थानीय निवासी ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने शांति समझौते का उल्लंघन किया है। अधिकारियों ने निर्णय लिया कि गोलीबारी की घटना में शामिल लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। अधिकारियों ने शनिवार देररात कहा कि हमले में शामिल पांच लोगों की पहचान कर ली गई है।

सनद रहे कुर्रम कई महीनों से सुर्खियों में है। जिले में लगातार हो रही हिंसा में 130 से अधिक लोगों की जान गई है। आदिवासी बुजुर्गों के बीच लगभग 50 दिन की लंबी बातचीत के बाद आखिरकार नए साल के पहले दिन एक जनवरी को शांति समझौता हुआ। कुर्रम जिले में दोनों युद्धरत पक्ष ग्रैंड जिरगा की सहायता से 14 बिंदुओं पर सहमत हुए थे। इनमें निजी हथियारों को सरकार को सौंपने के साथ-साथ बंकरों को नष्ट करना भी शामिल था।

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