कोलकाता। महाकुंभ 2025 के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ में अब तक कई श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस हृदयविदारक घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है।
बुधवार को ममता बनर्जी ने अपने शोक संदेश में कहा, “महाकुंभ में मर्मांतक भगदड़ की घटना से मैं गहरे सदमे में हूं। इस घटना में कम से कम 15 निर्दोष लोगों की मृत्यु हुई है। मृतक तीर्थयात्रियों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।” उन्होंने गंगासागर मेले के अपने अनुभव का उल्लेख करते हुए कहा, “गंगासागर मेले से मैंने सीखा है कि जहां विशाल जनसमूह होता है और अनगिनत तीर्थयात्रियों का जीवन जुड़ा होता है, वहां योजना और सेवा का सर्वोच्च स्तर होना चाहिए।”
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और तत्काल सहायता उपायों का आह्वान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और निर्धारित क्षेत्रों में स्नान करने की अपील की। उन्होंने कहा, “सभी लोग प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। संगम के सभी घाटों पर लोग शांतिपूर्वक स्नान कर रहे हैं।”
महाकुंभ मेला हिंदू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में आयोजित होता है। इस वर्ष का महाकुंभ विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 144 वर्षों में एक बार होने वाला आयोजन है, जिसमें सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति की विशेष ज्योतिषीय स्थिति बनती है। इस आयोजन में लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती पवित्र नदियों के संगम में स्नान करके अपने पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं।
भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने ‘शाही स्नान’ को रद्द कर दिया है और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। प्रयागराज में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है और बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।