नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि ‘रिजर्व बैंक से किसी ने’ ठीक उसी दिन केंद्र सरकार को नोटबंदी के खिलाफ पांच पन्नों का पत्र भेजा था, जिस दिन रघुराम राजन ने शीर्ष बैंक के गर्वनर पद से इस्तीफा दिया था।
चिदंबरम ने सरकार को चुनौती दी कि वह उस पत्र को सार्वजनिक करे।
चिदंबरम ने अपनी किताब ‘फीयरलेस इन अपॉजिशन, पॉवर एंड एकाउंटेबिलिटी’ के विमोचन के अवसर पर यह बातें कहीं।
चिदंबरम ने कहा, “अगर सरकार पारदर्शी है, तो उसे उस नोट (पत्र) को सार्वजनिक करना चाहिए। वह नोट आरबीआई की तरफ से लिखा गया था।
इसमें नोटबंदी के बारे में तर्क दिए गए हैं कि इसे क्यों लागू नहीं करना चाहिए।”
चिदंबरम ने कहा कि नोटबंदी उन कारणों में से एक है, जिसके कारण राजन ने पद छोड़ दिया।
चिदंबरम ने कहा, “उन्होंने (सरकार) राजन का काम करना इतना मुश्किल बना दिया था, पीछे मुड़कर देखें तो यह प्रतीत होता है कि, यह उन कारणों में से एक है, जिसके कारण वे छोड़ कर चले गए। वे नोटबंदी करना चाहते थे, जबकि राजन इसके विरोध में थे।”