आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के शुभारंभ का गवाह बना ओरमांझी का अंचल मैदान। यहां हजारों की संख्या में किसानों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ प्रधानमंत्री के मन की बात को सुना और किसानों के लिए शुरू की गयी प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के गवाह बने। मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चीन की तर्ज पर झारखंड के किसानों को को-आपरेटिव कृषि अपनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किसानों को सौगात देते हुए कहा कि को-आपरेटिव कृषि अपनायें, सरकार कृषि उपकरणों की खरीद पर 70 प्रतिशत सब्सिडी देगी। कहा कि कम लागत पर अधिक उत्पादन कैसे हो, इस पर बल दें। अपने खेतों में सूक्ष्म टपक सिंचाई की तकनीक को अपनायें। सभी जिलों में को-आपरेटिव सोसायटी बनाकर किसान खेती कार्य करें तो कम लागत में अधिक उत्पादन हो सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों चाइना दौरा में गये थे। वहां पर उन्होंने देखा कि एक लाख से अधिक को-आपरेटिव सोसायटी द्वारा कृषि कार्य किया जा रहा है। को-आपरेटिव सोसायटी बनाकर उन्नत तकनीक का उपयोग करें, ताकि दूसरे किसान भी जागरूक हो सकें। कहा कि किसान एक कदम आगे बढ़ेंगे, तो सरकार उनके साथ चार कदम आगे बढ़ेगी। उन्होंने किसानों से कहा कि राज्य सरकार सदैव आपके साथ है। केंद्र एवं राज्य सरकार की यही प्राथमिकता है कि किसान वर्ग के लोगों के चेहरे में सदैव मुस्कान रहे, सभी योजनाएं गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाओं के सर्वांगीण विकास को देखते हुए ही बनायी जा रही हैं।

सभी जिले में किसान डिस्ट्रिक्ट फेडरेशन को-आपरेटिव सोसायटी, मिल्क फेडरेशन सोसायटी, अंडा फेडरेशन सोसायटी बनायें। गुमला की बहनों ने अंडा उत्पादन में रिकॉर्ड स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन देश के किसानों के लिए ऐतिहासिक दिन है। देश के 12 करोड़ किसानों को केंद्र सरकार कृषि कार्य के लिए सालाना छह हजार रुपये दे रही है। पहली किस्त के रूप में एक करोड़ किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपया भेजा गया है। इस योजना से झारखंड के 22 लाख 76 हजार किसान लाभान्वित होंगे। झारखंड के पांच लाख से ज्यादा किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये आ गया होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के अलावा झारखंड सरकार भी किसानों को कम से कम पांच हजार और अधिकतम 25 हजार रुपये देगी। यह योजना अप्रैल महीने से शुरू होगी और मई महीने तक सभी किसानों को इसका लाभ मिल जायेगा।

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