रांची। झारखंड लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। कांग्रेस-7, झामुमो-4, झाविमो-दो और राजद-एक लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच लिखित समझौता हुआ है। लोकसभा में महागठबंधन कांग्रेस के नेतृत्व में जबकि विधानसभा चुनाव झामुमो के नेतृत्व में लड़ा जायेगा। लिखित समझौते के मुताबिक, लोकसभा में कांग्रेस जबकि विधानसभा में झामुमो अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। 14 लोकसभा सीटों में से राजमहल, दुमका और गिरिडीह से झामुमो जबकि कांग्रेस लोहरदगा, खूंटी, रांची, धनबाद और जमशेदपुर से प्रत्याशी उतारेगी। अन्य सीटों में कौन कहां से लड़ेगा, इसपर विचार-विमर्श चल रहा है। सीटों के बंटवारे को लेकर बुधवार को दिल्ली में बैठक हुई थी।

झामुमो राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का नेता मानने को तैयार हैं, जबकि झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन को नेता घोषित किया गया है। दिल्ली में गुरुवार को हुई बैठक में ये निर्णय लिया गया। सभी मुद्दों पर अंतिम सहमति बनने के बाद गठबंधन दल के नेताओं की ने राहुल गांधी से मुलाकात की।

कुछ सीटों को लेकर पेच फंसा
महागठबंधन के दलों के बीच कुछ सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। झामुमो को दुमका, गिरिडीह और राजमहल सीट मिल गई है जबकि रांची, धनबाद, खूंटी, लोहरदगा और जमशेदपुर कांग्रेस को मिली है। चाईबासा सीट पर भी कांग्रेस की दावेदारी है। इसी तरह झाविमो ने कोडरमा के अलावा गोड्डा और चतरा में से एक सीट की मांग रखी है। राजद पलामू और चतरा पर अड़ा हुआ है। राजद चतरा सीट को किसी कीमत पर छोड़ने को तैयार नहीं है।

विधानसभा सीटों के बंटवारे पर भी हुआ मंथन
दूसरे दौर की बैठक में विधानसभा सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई। इसमें झामुमो को 33-35 सीट, कांग्रेस 26-28 सीट, झाविमो को 12-14, राजद को 5-6 सीट देने पर विचार हुआ। यह बात भी सामने आई कि जरूरत के मुताबिक कांग्रेस, झाविमो और झामुमो वाम दलों के साथ एक-एक सीट अपने खाते से शेयर करेंगे। बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह, सह प्रभारी उमंग सिंघार, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव और बंधु तिर्की शामिल हुए।

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