कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राज्य और केंद्र सरकार के बीच टकराव रविवार की शाम चरम पर पहुंच गया। चिटफंड घोटाला मामलों की जांच कर रही सीबीआइ की टीम में शामिल पांच अफसरों को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ये अधिकारी कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ करने उनके आवास पर पहुंची थी। वहां अधिकारियों को आवास के बाहर रोका गया। पुलिस के अनुसार उनके पास न तो कोई आदेश था और न वारंट। वहां उन्हें हिरासत में लेने के बाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान कोलकाता पुलिस और सीबीआइ टीम के बीच हाथापाई की नौबत भी आ गयी। इसके बाद बिधाननगर पुलिस ने सीबीआइ के दफ्तर सीजीओ कांप्लेक्स पर कब्जा कर लिया। पुलिस टीम द्वारा सीबीआइ अफसरों को हिरासत में लेने की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आनन-फानन में पुलिस आयुक्त के घर पहुंचीं और वहां पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक होने लगी।
आज धरना पर बैठेंगी ममता, बजट पेश नहीं करेंगी : इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि वह सोमवार को केंद्र सरकार के खिलाफ धरना पर बैठेंगी। इसलिए बजट पेश नहीं करेंगी। बता दें कि सीबीआइ ने शनिवार को दावा किया था कि राजीव कुमार फरार हैं और शारदा एवं रोज वैली पोंजी घोटालों के सिलसिले में उनकी तलाश की जा रही है। उधर कोलकाता पुलिस की ओर से जारी बयान में सीबीआइ के दावों को आधारहीन बताते हुए इसे खारिज किया गया है।
बयान के अनुसार, ‘यह सब आधारहीन खबरें हैं। कृपया ध्यान दें कि सीपी (पुलिस आयुक्त) कोलकाता न सिर्फ शहर में मौजूद हैं, बल्कि 31 जनवरी को छोड़ कर वह नियमित रूप से दफ्तर भी आ रहे हैं। उस दिन वह छुट्टी पर थे। इसमें बिना उचित पुष्टि के इस तरह की भ्रामक खबरें फैलाने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है। बयान के अनुसार, सभी संबंधित लोग कृपया इस बात पर ध्यान दें कि अगर बिना उचित पुष्टि के इस तरह की खबरें फैलायी गयीं, तो कोलकाता पुलिस सीपी कोलकाता और कोलकाता पुलिस दोनों को बदनाम करनेवालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू करेगी।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रोज वैली और शारदा पोंजी घोटाला मामलों में सीबीआइ की ओर से तलब किये गये कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के प्रति रविवार को अपना समर्थन जताया। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर बदले की भावना वाली राजनीति करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी पुलिस और अन्य संस्थानों को नियंत्रण में लेने के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है। बनर्जी ने ट्वीट किया, भाजपा नेतृत्व का शीर्ष स्तर राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा है। न सिर्फ राजनीतिक दल उनके निशाने पर हैं, बल्कि पुलिस को नियंत्रण में लेने और संस्थानों को बर्बाद करने के लिए वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।