-पशुपालन विभाग ने प्रवासी पक्षियों को माना कारण
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। बोकारो, गिरिडीह समेत अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों में मरी मुर्गियों में इसी को कारण बताया गया है। कृषि, पशुपालन विभाग, झारखंड ने बर्ड फ्लू के फैलाव के लिए प्रवासी पक्षियों को जिम्मेदार ठहराया है। पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, कांके के निदेशक के स्तर से सूचना जारी करते कहा गया है कि बर्ड फ्लू अत्यंत संक्रामक विषाणुजनित रोग है। यह घरेलू और जंगली पक्षियों को संक्रमित करता है। प्राय: सितंबर से फरवरी तक इस रोग के संक्रमण की घटना पायी जाती है। प्रवासी पक्षियों विशेष रूप से जलीय पक्षी इस विषाणु के प्राकृतिक पोषक एवं स्रोत हैं। हालांकि, सभी प्रवासी पक्षी संक्रमित नहीं होते। इन्हें मारा नहीं जाना चाहिए। कहा है कि इनसे दूरी रखते हुए इसकी सूचना विभाग को दें। विभाग ने कहा है कि मृत पक्षी दिखने पर इसे ना छूएं। विभाग या स्थानीय निगम को बतायें। बर्ड फ्लू घोषित क्षेत्र के एपिसेंटर से 10 किमी के दायरे में आने वाले सभी मुर्गी- बत्तख की दुकानों को प्रशासन द्वारा बंद करने का निर्देश दिया जाता है। अत: इन क्षेत्रों में अवस्थित दुकानों से मुर्गा खरीदने से बचें। बत्तख के मामले में विभाग का मानना है कि संक्रमित बत्तखों में रोग (बर्ड फ्लू) के लक्षण नहीं होते हैं, पर वे रोग के संचरण और प्रसार में सक्षम हैं। मुर्गियों में अकस्मात एवं उच्च मृत्यु दर इस रोग के संक्रमण की सूचक हैं।