-सीधे लाभुकों के खाते में जा रही 300 योजनाओं की राशि
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। रांची के सांसद संजय सेठ ने रविवार को अपने केंद्रीय कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि देश की आजादी के 75 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है, जब केंद्र प्रायोजित 300 योजनाओं की राशि सीधे लाभुकों के खाते में जा रही है। बीच में कोई बिचौलिया नहीं है। कोई कागजी कोरम भी नहीं है और यह संभव हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी सोच से। वर्ष 2023-24 का बजट देश के हर वर्ग का बजट है। कोई ऐसा वर्ग या क्षेत्र इस बजट से अछूता नहीं है। यह आजादी के अमृत काल का अमृत बजट है। सांसद आम बजट के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। सांसद सेठ ने कहा कि यह बजट मुख्य रूप से किसान, ग्रामीण विकास, महिला विकास और सशक्तिकरण, विश्वकर्मा, मध्यमवर्ग, एमएसएमइ, स्वास्थ्य, शिक्षा और युवा वर्गों को प्रोत्साहन, स्वरोजगार के लिए समर्पित बजट है। बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और आवास व्यवस्थाओं में सुधार के लिए देश के 500 प्रखंड मुख्यालयों में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम आरंभ किया जा रहा है। सेठ ने जनजातीय समाज के विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाने और उसे अमलीजामा पहनाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान के लिए 3 लाख 50 हजार आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए 740 एकलव्य मॉडल विद्यालय की स्थापना, साथ ही 38,800 शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हुआ है। इससे न सिर्फ जनजाति समाज के बच्चों में बड़ा बदलाव आयेगा बल्कि रोजगार के अवसर सृजित होंगे।