Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 17
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»एचइसी संकट बरकरार, हड़ताली कर्मियों की दो टूक, लिखित आश्वासन मिलने पर बनेगी बात
    Top Story

    एचइसी संकट बरकरार, हड़ताली कर्मियों की दो टूक, लिखित आश्वासन मिलने पर बनेगी बात

    adminBy adminFebruary 9, 2024Updated:February 9, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। एचइसी में पिछले 24 दिनों से अफसर-कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। कंपनी के एफएफपी, एचएमटीपी और एचएमबीपी में उत्पादन ठप है। निगम मुख्यालय में भी कामकाज नहीं हो रहा है। एचइसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति के बैनर तले निगम मुख्यालय के सामने कर्मचारी रोजाना धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारी अपना बकाया वेतन मांग रहे हैं। ठेका श्रमिकों का कांट्रैक्ट रिन्यूअल करने की बात कह रहे हैं। मगर मैनेजमेंट के आला अफसर कर्मचारियों की मांग पर गंभीर नहीं दिख रहे हैं।
    एचइसी मुख्यालय में 9 फरवरी को मैनेजमेंट और यूनियन प्रतिनिधिमंडल की बातचीत हुई। वार्ता में मैनेजमेंट की तरफ से पर्सनल डायरेक्टर एके बेहरा, प्रोडक्शन डायरेक्टर एसडी सिंह सहित अन्य अफसर मौजूद थे। अफसरों ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि कर्मचारी काम पर लौटें। उनका बकाया वेतन राशि आते ही दिया जायेगा। ठेका श्रमिकों का कांट्रैक्ट भी रिन्यूअल किया जायेगा। इस पर प्रतिनिधिमंडल में शामिल श्रमिक नेताओं ने कहा कि कामगार काम करना चाह रहे हैं, मगर अब बिना वेतन के काम नहीं होगा।

    लिखित आश्वासन देने के पक्ष में नहीं है मैनेजमेंट
    प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता में कहा कि मैनेजमेंट लिखित आश्वासन दे कि फरवरी में एक माह का बकाया वेतन भुगतान किया जायेगा और मैनेजमेंट की तरफ से यह निर्धारित किया जाये कि हर माह किस दिन वेतन का भुगतान होगा। वहीं ठेका श्रमिकों का कांट्रैक्ट रिन्यूअल किया जाये। अगस्त 2023 से ठेका श्रमिकों का इएसआइ सहित अन्य मद में पैसा जमा नहीं हो रहा है। ठेका श्रमिकों की बकाया राशि को नियमित जमा किया जाये। वेतन भुगतान, ठेका श्रमिकों के रिन्यूअल आदि से संबंधित लिखित आश्वासन मैनेजमेंट दे, तभी कामगारों का आंदोलन समाप्त होगा। मैनेजमेंट ने लिखित आश्वासन के लिए श्रमिक संगठनों से समय मांगा।

    कौन-कौन थे वार्ता में शामिल
    मुख्यालय में हुई वार्ता में प्रबंधक और तकनीकी सचिव निदेशक कार्मिक प्रशांत कुमार पाठक, उपप्रबंधक देवा देवघरिया और समिति की ओर से लीलाधर सिंह, लालदेव सिंह, प्रकाश कुमार, रामकुमार नायक, मनोज पाठक, दिलीप सिंह, सनी, गिरीश चौहान, चिराग बारला, जेके मुखर्जी समेत अन्य मौजूद थे। वहीं प्रदर्शन में एचइसी श्रमिक कर्मचारी यूनियन के मनीष कुमार, राजेश कुमार, संजय सिन्हा और शुभाष चौधरी, हटिया मजदूर यूनियन के महेंद्र कुमार, दीपक कुमार, हटिया कामगार यूनियन के एमपी रामचंद्र, आरके शाही, अर्जुन, रामसुंदर स्वामी, अमरेंद्र कुमार, सप्लाई संघर्ष समिति के मनोज पाठक, प्रमोद कुमार, हटिया मजदूर लोक मंच के रामकुमार नायक, कमल महली, चिराग बारला, सुनील तिर्की और हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के गिरीश चौहान आदि मौजूद थे।

    ठेका श्रमिकों को लग सकता है झटका
    एचइसी में अभी करीब 1600 ठेका श्रमिक हैं। इनका कांट्रैक्ट समाप्त हो गया है। एचइसी मैनेजमेंट ठेका श्रमिकों को लेकर नयी पॉलिसी बना रही है। इस पॉलिसी के तहत ठेकेदार के साथ एचइसी मैनेजमेंट कांट्रैक्ट करेगा। उस कांट्रैक्ट के तहत रोजाना 1600 ठेका श्रमिक एचइसी में नहीं आयेंगे। मैनेजमेंट आवश्यकता के अनुसार ठेका श्रमिकों का डिमांड करेगा। उसी डिमांड के अनुसार कांट्रैक्टर ठेका श्रमिकों को प्लांट में भेजेगा। अभी इस पॉलिसी को लेकर मैनेजमेंट की तरफ से कोई बोलने को तैयार नहीं है। मैनेजमेंट का मानना है कि वर्तमान समय में पूर्व की तरह कंपनी की स्थिति नहीं है। ऐसे में स्थायी कर्मचारी से ज्यादा ठेका श्रमिकों को कारखाना में बुला कर बिना काम के बैठाना, सफेद हाथी पालने के समान है। नयी ठेका पॉलिसी से ठेका श्रमिकों को रोजाना काम भी मिलेगा और कंपनी को करोड़ों की बचत होगी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleछत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में देश का पहला सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित
    Next Article मार्च से कंज्यूमर को व्हाट्सएप नंबर पर आयेगा बिजली बिल, भुगतान की भी मिलेगी सुविधा
    admin

      Related Posts

      दुकान के पास से जेवर का थैला ले उडे अपराधी, जांच में जूटी पुलिस

      June 17, 2025

      फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार

      June 17, 2025

      राज्यपाल से वित्त मंत्री ने की मुलाकात

      June 17, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • दुकान के पास से जेवर का थैला ले उडे अपराधी, जांच में जूटी पुलिस
      • फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार
      • राज्यपाल से वित्त मंत्री ने की मुलाकात
      • भाजपा नेता ने ग्रामीण कार्य विभाग पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
      • राज्यपाल से मिले केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version