रांची। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने बुधवार को झामुमो की न्याय यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया दी। रमाकांत ने कहा कि झामुमो का इतिहास और वर्तमान दोनों झारखंड और झारखंड वासियों के साथ अन्याय से भरा पड़ा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले झामुमो ने झारखंड की जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए अलग राज्य आंदोलन के साथ अन्याय किया। आंदोलन की बोली लगाई और कांग्रेस के हाथों बेच दिया। यदि इनके मन में झारखंड को न्याय दिलाने की बात होती तो आंदोलन के साथ खिड़वाड़ नहीं करते।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही झामुमो ने राज्य के जल ,जंगल, जमीन के साथ अन्याय किया। झामुमो की सरकार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जल,जंगल और जमीन को लूटने और लुटवाने में लग गई। हेमंत सोरेन और उनके परिवार के लोगों ने नाम बदल-बदलकर गरीबों के जमीन लुटे। हेमंत सोरेन ने अपने नाम पर माइन्स की लीज ले ली। परिजनों के नाम पर आदिवासियों के लिए आरक्षित औद्योगिक भूमि को आवंटित करा दिया। अपने प्रतिनिधि और सहयोगियों को बालू,पत्थर लूटने की छूट दे दी। हेमंत सोरेन ने सेना की जमीन को भी नहीं छोड़ा।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य के युवा, बेरोजगार, महिला, किसान, आदिवासी, दलित, पिछड़े सभी के साथ केवल अन्याय किया। प्रति वर्ष 5 लाख नौकरी नहीं तो बेरोजगारी भत्ता के लिए राज्य के सात लाख बेरोजगार युवा तरस रहे हैं। लाठी डंडा खाकर आंदोलन करने को मजबूर हैं। जेपीएससी और जेएसएससी की परीक्षाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
रमाकांत ने कहा कि राज्य में हजारों बहन बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रहीं हैं। घर में भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। पेट्रोल छिड़ककर और टुकड़ों-टुकड़ों में काटकर मरने को विवश हैं। तुष्टिकरण नीति के कारण गोतस्करों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि महिला दारोगा को भी कुचलकर मार दे रहें हैं। रमाकांत महतो ने कहा कि पिछड़ा समाज तो पंचायत चुनाव में नीयत देखकर उम्मीद छोड़ चुका है। इस से ट्रिपल टेस्ट कराकर आरक्षण की उम्मीद बेमानी है।
उन्होंने कहा कि किसानों की ऋण माफी तो दूर धान खरीद के पैसे भी नहीं मिल रहे हैं। किसान पिछले चार वर्षों में कम कीमत में बिचौलियों को धान बेचने में मजबूर हुए। उन्होंने कहा कि अन्याय की नीयत रखनेवाला झामुमो अपने न्याय यात्रा से झारखंड की जनता को कैसा न्याय दिलाएगा।