Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, August 2
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»विदेश»भारत के साथ बिजली व्यापार समझौते पर नेपाली सुप्रीम कोर्ट का कारण बताओ नोटिस
    विदेश

    भारत के साथ बिजली व्यापार समझौते पर नेपाली सुप्रीम कोर्ट का कारण बताओ नोटिस

    adminBy adminFebruary 2, 2024Updated:February 2, 2024No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    काठमांडू। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने भारत के साथ हुए दीर्घकालिक विद्युत व्यापार समझौते को लेकर नेपाल सरकार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

    मुख्य विपक्षी दल नेकपा (एमाले) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली के करीबी सूर्यनाथ उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर इस विद्युत समझौते पर रोक लगाने की मांग की है। कोर्ट ने सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए 15 दिन का समय दिया है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस नहकुल सुवेदी ने अपने आदेश में कहा है कि सरकार 15 दिनों के भीतर इस समझौते के संदर्भ में लिखित जवाब दाखिल करे।

    याचिका में कहा गया है कि नेपाल-भारत के बीच हुए दीर्घकालिक विद्युत व्यापाल समझौते में सिर्फ बिजली खरीद-बिक्री की ही बात नहीं है बल्कि जलविद्युत परियोजना के जरिए इसके उत्पादन और ट्रांसमिशन लाइन निर्माण की भी बात कही गई है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरांची एयरपोर्ट से चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद गए महागठबंधन के 38 विधायक, फ्लोर टेस्ट के समय लौटेंगे
    Next Article प्रदेश राजद अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री और दो मंत्री को दी बधाई
    admin

      Related Posts

      भारत के सहयोग से नेपाल में पेट्रोलियम पाइपलाइन विस्तार का काम शुरू

      August 2, 2025

      राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ पर संघीय सर्किट अपील न्यायालय में उठे सवाल, जजों ने आश्चर्य जताया

      August 1, 2025

      रूस में ऑनलाइन चरमपंथी सामग्री की तलाश भी पड़ेगी महंगी, विधेयक पर राष्ट्रपति पुतिन ने किए हस्ताक्षर

      August 1, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • ओवल टेस्ट: जो रूट के साथ हुई नोकझोंक पर प्रसिद्ध कृष्णा ने कहा-उनसे ऐसी प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी
      • पूर्व ब्राज़ीली डिफेंडर डेविड लुइज़ ने फोर्टालेज़ा क्लब छोड़ा
      • हम वही खरीदेंगे जो भारतीयों की मेहनत से बना हो, प्रधानमंत्री ने स्वदेशी अपनाने का किया आह्वान
      • राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
      • बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने रचा इतिहास,लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version