चतरा/कुंदा: राजधानी रांची की लड़की अपनी प्रेमी के कहने पर घर से रुपये और जेवरात लेकर निकली तो जरूर, पर उसके प्रेमी ने उसका सब कुछ लूट चतरा के जंगल में जिंदा दफना दिया। यह मामला है कुंदा प्रखंड के गेंदरा गांव का। गेंदरा गांव में उस वक़्त सनसनी फैल गयी, जब लोगों को यह पता चला कि गांव से कुछ ही दूरी पर घटमरवा नदी के किनारे बालू में एक लड़की को जिंदा दफन कर दिया गया है। घटना 20 मार्च 2017 की है, लेकिन इसका खुलासा गुरुवार को हुआ।
जानकारी के अनुसार गेंदरा गांव का रहनेवाला अधेड़ उम्र का चरवाहा जोरी गंझू महुआ चुनने जंगल में जा रहा था, उसी वक़्त उसकी नजर नदी के किनारे बालू में दफनायी गयी लड़की पर पड़ी। पहले तो जोरी गंझू डर गया, फिर बाद में हिम्मत करके उस लड़की को बालू से निकाला, तो उसके होश उड़ गये। लड़की बेहोशी की हालत में थी और उसकी सांसें चल रही थीं। जोरी गंझू वहां से भाग कर अपने गांव पहुंचा और लोगों को मामले की जानकारी दी। सब लोग घटनास्थल पहुंचे। होश में आने के बाद लड़की ने गांव वालों को बताया कि वह रांची स्थित हटिया मंदिर के पास की रहनेवाली है। उसका नाम रानी है। वह सोनी से प्यार करती है। सोनी की रांची में बिरसा चौक पर फूलों की दुकान है। सोनी के कहने पर ही वह रुपये और एक लाख का जेवरात लेकर अपने घर से आयी थी। वह चतरा कैसे पहुंची, उसे कुछ नहीं पता। रानी को जब तक माजरा समझ में आता, तब तक उसका सब कुछ लुट चुका था।
ग्रामीणों के अनुसार वह बार-बार घर पहुंचाने की जिद कर रही थी। ग्रामीणों ने जिस हालात में रानी को देखा, उससे यह अंदाज लगाया जा रहा है कि सोनी ने पहले उसका शारीरिक शोषण किया। इसके बाद उसे घटमरवा के जंगल में ले गया और अधमरा कर जिंदा दफन कर दिया। ग्रामीणों ने पहले अपने स्तर से रानी का प्राथमिक उपचार किया। फिर पिपराटांड़ थाने को इसकी सूचना दी। पिपराटांड़ थाने से ग्रामीणों को बताया गया कि घटना वाला क्षेत्र चतरा जिले के कुंदा थाना क्षेत्र में पड़ता है। गांव की शिक्षिका ने कुंदा थाने से संपर्क साधा और गांव के चौकीदार के बेटे के माध्यम से रानी को कुंदा थाना पहुंचाया। रानी के थाना पहुंचने के बाद कुंदा पुलिस ने आरोपी की तलाश किये बिना मामले को रफा-दफा कर दिया। इससे गांववालों में नाराजगी है।
घरवालों को कुंदा पुलिस ने धमकाया
ग्रामीणों की मानें, तो कुंदा थाने की पुलिस ने रानी के घर वालों को बुला कर डराया-धमकाया, फिर मुकदमे के चक्कर में ना पड़ने की सलाह देते हुए रानी को घर ले जाने को कहा। कुंदा पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं मिलता देख रानी के भाई ने अपनी बहन को 22 मार्च को लेकर ांची चला गया। घटना के पांच दिन बाद जो तस्वीर और वीडियो हाथ लगी, उसे देख कर पता चलता है कि लड़की को कुंदा थाना लाया गया था। रानी बेसुध हालात में कुंदा थाने के महिला हाजत के बाहर खड़ी थी। लेकिन कुंदा पुलिस इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि ऐसी कोई घटना उनके इलाके में घटी है। आजाद सिपाही ने ज् इस मामले में जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारियों से भी बात की, पर इस मामले में सभी की जुबां खामोश है। जिले के वरीय अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ज्ञान रंजन ने कहा कि मोमले को बढ़ाने से कोई फायदा नहीं है।