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पटना। बिहार में एनडीए के साथी दलों के साथ भाजपा का सीट बंटवारा तय हो गया है, जिसकी औपचारिक घोषणा बाकी रह गयी है। बिहार लोकसभा की 40 सीटों में भाजपा 17, जदयू 17 और लोजपा के हिस्से में छह सीट आयी है। बिहार में एनडीए के घटक दलों में तय हुए सीट बंटवारे के आधार पर भाजपा को 17 सीटों पर अपनी उम्मीदवारी तय करनी है। भाजपा ने बिहार से अपने लोकसभा उम्मीदवार लगभग तय कर लिये हैं। अब महज औपचारिक घोषणा बाकी रह गयी है।
बिहार की 40 सीटों पर सातों चरण में मतदान होने है। पहले और दूसरे चरण में नौ सीटों पर मतदान होंगे। इनमें किशनगंज, कटिहार, बांका, भागलपुर, पूर्णिया, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई शामिल हैं। इन सीटों में से भाजपा अपनी नवादा सीट लोजपा के खाते में डालेगी। नवादा से सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को टिकट मिलना है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को बेगूसराय भेजा जाना तय है। भोला सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली है। नवादा सीट के बदले में लोजपा अपनी मुंगेर सीट छोड़ रही है, जो जदयू के खाते में जायेगी। यहां से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह लड़ेंगे। पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को भाजपा ने बेटिकट कर दिया गया है। कयास लगाये जा रहे हैं कि उनकी जगह आरके सिन्हा को टिकट दिया जा रहा है। भागलपुर और बांका सीट पर भी मंथन चल रहा है। भागलपुर भाजपा की हारी हुई सीट है, जबकि बांका से भाजपा की पुतुल कुमारी सांसद हैं। भागलपुर से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के नाम की चर्चा तो है, लेकिन हारी हुई सीट के कारण उन्हें वापस किशनगंज भी भेजा जा सकता है।
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने मांगी पांच सीट, कल करेंगे फैसला
पटना। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को बिहार में अपनी पार्टी के लिए पांच सीट की मांग की। पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा कि हम महागठबंधन के साथ हैं। सीट शेयरिंग को लेकर किसी तरह का विवाद नहीं है। मांझी ने कहा कि जिस तरह हमारी पार्टी ने तैयारी की है और जातिगत समीकरण है, हमें पांच सीट मिलनी चाहिए। पांच से कम सीट मिलने पर क्या करेंगे, इस प्रश्न पर मांझी ने कहा कि फैसला 18 मार्च को होने वाली पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में लिया जायेगा। कांग्रेस पहले 20 सीट पर चुनाव लड़ने की बात कर रही थी अब वह 11 सीट के लिए तैयार है।
इसी तरह राजद 22 सीट की बात कर रही थी। अब 18 सीट की चर्चा है। इस तरह संख्या घटती-बढ़ती रहती है। राजद और कांग्रेस के बाद हम सबसे बड़ी पार्टी है। इसलिए हम को राजद और कांग्रेस के बाद सबसे अधिक सीट मिलनी चाहिए।