रजरप्पा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में बहुत जल्द चीजें बदलेंगी। यह बदलाव न केवल दिखेगा, बल्कि महसूस भी होगा। शनिवार को सीसीएल स्टेडियम में दो दिवसीय रजरप्पा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य की आंतरिक शक्तियों को मजबूत करेगी। यह आंतरिक शक्ति चाहे जिस रूप में हो, पर्यटन का क्षेत्र हो, नौजवान हो, प्रकृति के अंदर जो भी चीजें झारखंड को कुदरत ने दी हैं, उन्हें उभारना ही सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम झारखंड के लोग दूसरों की बदौलत नहीं, बल्कि अपनी मेहनत की बदौलत अपने हाथों से विकास की लंबी लकीर खींचेंगे। हमारे पास किसी भी चीज की कमी नहीं है। हमारे नौजवान मेहनतकश और ईमानदार हैं, उनमें हुनर और काबिलियत की कमी नहीं है। हमें राज्य की सभी ताकतों और सभी क्षमताओं को एक सूत्र में बांधने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सिर्फ खनिज संपदा के लिए ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी पहचाना जाये, हमें ऐसी छवि बनानी है। उन्होंने कहा कि झारखंड की संस्कृति और परंपरा काफी पुरानी और लोकप्रिय है। यहां बोलना ही संगीत और चलना ही नृत्य है। झारखंड के लोग अपनी संस्कृति और परंपरा को अपने सीने से लगाये रहते हैं। राज्यवासियों ने यहां की सभ्यता और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए समर्पण और निष्ठा को बनाये रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दो दिवसीय ऐतिहासिक रजरप्पा महोत्सव कार्यक्रम का पूरा लाभ राज्य को मिले, हमें यह प्रयत्न करना चाहिए। यह महोत्सव प्रचार-प्रसार का माध्यम बन दूर तक गूंजेगा। विश्व के मानचित्र में रजरप्पा एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बने, यह सरकार की सोच है। इसके लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी। हमारी सरकार रजरप्पा को एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए हरसंभव कदम उठायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामगढ़ मेरा गृह जिला भी है और जन्मभूमि भी है। झारखंड के लोग रजरप्पा को नहीं जानें, ऐसा हो नहीं सकता है। श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका का मंदिर पूरे देश में प्राचीन काल से ही अहम स्थान रखता है। मां छिन्नमस्तिका का आशीर्वाद और कृपा देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालुओं पर बनी रहती है। यह आशीर्वाद झारखंड पर विशेष रूप से बरसता है।
मां छिन्नमस्तिका से सुख-समृद्धि की कामना की
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी आज सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर स्थित मां छिन्नमस्तिका पहुंचकर पूजा अर्चना कर झारखंडवासियों की सुख समृद्धि और प्रगति के लिए मां से आराधना की है। मैंने मां से आशीर्वाद मांगा है कि राज्य में कोई भी भूखा ना रहे, अशिक्षित ना रहे, शिक्षा से वंचित ना रहे, दवा से वंचित ना रहे, हर हाथ में काम हो, हर हाथ में रोजगार हो। सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर लोग आगे बढ़ें, राज्य की जनता के चेहरे पर मुस्कान हो, यही कामना मां छिन्नमस्तिका से मैंने की है।
इससे पहले रजरप्पा महोत्सव का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से मुख्यमंत्री ने किया। इस अवसर पर पद्मश्री मधु मंसूरी हसमुख ने झारखंड वंदना गीत गाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें स्मृति चिह्न तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर स्वागत भाषण उपायुक्त संदीप सिंह ने दिया। उन्होंने सीएम को स्मृति चिह्न और पुस्तक भी भेंट किया। मौके पर विधायक अंबा प्रसाद, विधायक जेपी पटेल, पूर्व विधायक योगेंद्र महतो, अर्जुन राम महतो, डाक अध्यक्ष शशि शालिनी कुजूर सहित कई गणमान्य एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।