रांची। केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को राष्ट्रीय आपदा घोषित किये जाने के बाद झारखंड में भी इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को मीडिया से कहा कि राज्य सरकार कोरोना को लेकर सतर्क है। उन्होंने कहा कि बड़ी बैठकों और गोष्ठियों के आयोजन पर पहले ही पाबंदी लगा दी गयी है। स्कूल-कॉलेजों पर बहुत जल्द फैसला किया जायेगा। हरमू स्थित सोहराय भवन में झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक स्थगित होने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में कोरोना एक आपदा बन कर आयी है। हमारा देश भी इसकी चपेट में है और कई लोग इसके कारण बीमार हैं। झारखंड में अब तक कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला है, लेकिन सरकार इसे लेकर पूरी तरह सतर्कता बरत रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना को लेकर व्यवस्था पूरी कर ली गयी है। आइसोलेशन वार्ड और स्वास्थ्य कर्मी तैयार हैं। इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजों को बंद करने की स्थिति अभी नहीं आयी है। वैसे हर दिन स्थिति की समीक्षा की जा रही है। वह खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री भी सतर्क हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव लगातार इस मामले पर जिला प्रशासनों से संपर्क में हैं। राज्य के डॉक्टर भी कोरोना को लेकर लगातार सजग हैं। उन्होंने इन आरोपों को गलत बताया कि कोरोना को लेकर सरकार कुछ नहीं कर रही है। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार लगातार स्थिति पर नजर रख रही है।
हेमंत सोरेन ने झामुमो कार्यकर्ताओं से सजग रहने और लोगों को जागरूक बनाने में सरकार का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे अपने गांव, गली-मुहल्ले में सतर्कता बरतें।
झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक स्थगित
इस बीच झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक शनिवार को कोरोना के कारण रद्द कर दी गयी। बैठक में आगामी राज्यसभा चुनाव और संगठन की मजबूती को लेकर चर्चा होनी थी। इसके साथ झारखंड के विभिन्न जिलों और प्रखंड स्तर पर मजबूत करने पर विचार-विमर्श होना था। बैठक में शिबू सोरेन, कई मंत्री, विधायक और जिला और प्रखंड स्तर के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। संक्रमण को लेकर बैठक को अगली सूचना तक स्थगित करने की घोषणा की गयी।