झारखंड विधानसभा बजट सत्र के आठवें दिन बुधवार को भी विधानसभा के मुख्य द्वार पर भाजपा विधायकों ने धरना दिया। धरने के दौरान भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। भाजपा विधायकों की मांग है कि तृतीय और चतुर्थ वर्ग की नौकरी स्थानीय लोगों को दी जाय। भाजपा विधायक अनंत ओझा ने आरोप लगाया कि सरकार स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं देना चाहती है। पंचायत सचिव के मामले में सरकार का रवैया साफ हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार लाठी-डंडे के माध्यम से युवाओं की आवाज दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि पांच लाख रोजगार का वादा कर सत्ता में आई सरकार राज्य के युवाओं को भाषा विवाद में उलझा रही है। स्थानीय नीति की घोषणा नहीं कर रही है। भाजपा मौके पर विधायक मनीष जयसवाल ने कहा कि सरकार में साढ़े तीन लाख पद खाली हैं लेकिन सरकार इसपर काम नहीं कर रही है। सरकार के रवैये से साफ जाहिर होता है कि यह सरकार किसी को नौकरी नहीं देने जा रही है। पूर्व सरकार ने स्थानीय के लिए 1985 का कट ऑफ डेट तय किया था। वह भी इस सरकार को मान्य नहीं है।
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