– विक्रांत पर अतिथि के रूप में आने वाले सरकार के पहले विदेशी प्रमुख बने
– विमानवाहक पोत पर नौसेना प्रमुख ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट मैच देखने के बाद मुंबई पहुंच गए हैं। वह देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक आईएनएस विक्रांत पर सवार हुए। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनका स्वागत किया। अल्बनीस भारत यात्रा के दौरान विक्रांत पर अतिथि के रूप में आने वाले सरकार के पहले विदेशी प्रमुख बने।
आईएनएस विक्रांत पर सवार होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मैं प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर भारतीय डिजाइन और निर्मित आईएनएस विक्रांत पर आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेरी यात्रा भारत-प्रशांत और उससे आगे ऑस्ट्रेलिया के दृष्टिकोण के केंद्र में भारत को रखने की मेरी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यहां मुझे भारत की नौसेना के प्रतिभाशाली और अत्यधिक पेशेवर पुरुषों और महिलाओं से मिलकर बहुत खुशी हुई।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने इस ऐतिहासिक दौरे का निमंत्रण देने और हमारी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने में उनके समर्पण के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत के साथ रक्षा संबंध समय के साथ और मजबूत होंगे, जो रक्षा संबंधों को नए स्तरों तक ले जायेंगे। दोनों देशों के बीच सामरिक महत्व की साझेदारी बढ़ती जा रही है, क्योंकि हम एक साथ अपने क्षेत्र की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत शीर्ष स्तरीय सुरक्षा भागीदार है। हिंद महासागर दोनों देशों की सुरक्षा और समृद्धि का केंद्र है।
बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के इतिहास में कभी भी ऐसा कोई बिंदु नहीं आया, जब हमारे मजबूत सामरिक सम्बन्ध कमजोर हुए हों। हम दोनों अपने व्यापार और आर्थिक भलाई के लिए इंडो-पैसिफिक में समुद्री लेन तक मुक्त और खुली पहुंच पर निर्भर हैं। हम नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने और इंडो-पैसिफिक को खुला, समावेशी और समृद्ध सुनिश्चित करने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता साझा करते हैं। पिछले साल हमने पहले से कहीं अधिक अभ्यास, संचालन और संवाद किए।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों देशों के बढ़ते संबंधों के रूप में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार एक-दूसरे के क्षेत्रों में समुद्री गश्ती विमान तैनात किए। नवंबर में हमने इंडो-पैसिफिक एंडेवर और एक्सरसाइज ऑस्ट्राहिंद में तेजी से जटिल और परिष्कृत अभ्यास किए। मालाबार अभ्यास के जरिये हमने भारत के साथ अपने करीबी सहयोगियों जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपनी सैन्य सक्रियता मजबूत की है। मेरा अनुमान है कि 2023 हमारे रक्षा सहयोग के लिए पहले से कहीं अधिक व्यस्त होगा।
उन्होंने कहा कि आईएनएस विक्रांत पर औपचारिक रूप से घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है कि इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया पहली बार मालाबार अभ्यास की मेजबानी करेगा और भारत भी पहली बार ऑस्ट्रेलिया के तावीज़मैन सेबर अभ्यास में भाग लेगा। अगस्त में ऑस्ट्रेलिया में भारत की नौसेना का स्वागत करना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी और आज यहां मेरी मेजबानी करने के लिए मैं उन्हें फिर से धन्यवाद देता हूं।