रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को हजारीबाग की रामनवमी में लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर सदन के अंदर और बाहर भाजपा विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाए और प्रदर्शन किया।
हंगामे के कारण स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी थी। इसके बाद जब दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा के विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। हजारीबाग में रामनवमी पर जिला प्रशासने के दिशा-निर्देशों का भाजपा विधायक विरोध कर रहे थे। स्पीकर बार-बार विधायकों से सीट पर बैठने का आग्रह करते रहे लेकिन हंगामा जारी रहा। हंगामे के बीच स्पीकर ने शून्यकाल की कार्यवाही शुरू की।
कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि कहां पर रामनवमी मनाने पर रोक लगी है। क्या राम जी ने इनको सपने में आकर कहा है। बिना डीजे के भी जुलूस निकल सकता है। क्या भगवान ने कहा है कि डीजे बजाकर ही जुलूस निकाला जाय। हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि ये गूंगी बहरी सरकार है और केवल वोट बैंक का राजनीति कर रही है। सरस्वती पूजा में भी ऐसा हुआ था। अब रामनवमी में भी ऐसा किया जा रहा है।
हजारीबाग डीसी ने प्रेस कांफ्रेंस का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर, ताशा, ढोल-बाजे और गाना बजाने की अनुमति है लेकिन चलंत डीजे नहीं बजा सकते हैं। जब आपने गाना बजाने की अनुमति दे दी है तब आपको डीजे बजाने देने से क्या चिढ़ है। कहीं न कहीं यह दूसरे समुदाय को खुश करने की कोशिश है। ये हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं।
इस पर विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि भगवान श्री राम के ऊपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जबसे झारखंड में जेएमएम कांग्रेस और राजद के गठबंधन वाली सरकार आई है तब से हर वर्ष हजारीबाग में आयोजित होने वाले रामनवमी के जुलूस पर अलग-अलग तरह से प्रतिबंध लगाकर हिंदुओं को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जो भाजपा कभी उन्हें नहीं देगी।
विधायकों ने हजारीबाग में आयोजित होने वाले हैं विश्व प्रसिद्ध रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान डीजे नहीं बजाने और वृहद स्तर पर पर जुलूस न निकालने के सरकार के आदेश को अविलंब रद्द करने की बात कही।