नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली के बजट को रोकने की साजिश रची और कहा कि यह अलोकतांत्रिक है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी के लिए बजट व्यय निर्धारित कर रहे हैं।
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह शर्मनाक है कि बजट को रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि मार्च के महीने में संसद और अलग राज्यों की विधानसभा में बजट रखा जाता है। बजट को प्रजातंत्र का पर्व बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत के 75 साल के प्रजातांत्रिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि केंद्र द्वारा किसी राज्य सरकार का बजट निर्धारित तारीख पर आना से रोका गया हो। उन्होंने कहा, “यह पूरी दुनिया के सामने हमारा मजाक बना रहा है। यह शर्मनाक है कि केंद्र एक छोटे से राज्य का बजट रोक रहा है।”
भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बजट 10 मार्च को तैयार कर गृह मंत्रालय के पास भेज दिया था। गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के बजट पर कुछ चिंताएं व्यक्त की हैं और 17 मार्च को मुख्य सचिव नरेश कुमार को भेजे पत्र में इसे मंजूरी देने से इनकार कर दिया। इसके बावजूद 20 मार्च को खबर आई कि दिल्ली का बजट केंद्र सरकार ने रोक दिया है। उन्होंने मुख्य सचिव पर केंद्र के इशारे पर षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया और कहा कि वह तीन दिनों तक इसे छिपा कर बैठे रहे। यह किसी भी देश विरोधी गतिविधि से बड़ा है। इसकी जांच होनी चाहिए।
आप के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बजट एक पवित्र दस्तावेज और एक गुप्त अभ्यास है। उन्होंने कहा, “केंद्र में बैठा ‘बाबू’ कैसे सरकार के खर्च पर सवाल उठा सकता है।” उन्होंने कहा कि राज्य का बजट सीक्रेट डॉक्यूमेंट होता है। वह सदन के पटल पर रखने से पहले किसी को नहीं दिखाया जाता है। छोटी सी छोटी बात लीक न हो, इसकी पूरी तैयारी होती है। उन्होंने कहा, “केंद्र में बैठा ‘बाबू’ कैसे सरकार के खर्च पर सवाल उठा सकता है।”