रांची। नहाय खाय के साथ चैती छठ महापर्व शनिवार से शुरू हो गयी है। खरना रविवार को कृतिका नक्षत्र होगा। इस दौरान प्रीति एवं रवियोग रहेगा। वहीं, सोमवार को संध्याकालीन अर्घ्य शाम 06.02 बजे और प्रातकालीन अर्घ्य मंगलवार की सुबह 05.48 दिया जाएगा। 27 मार्च को आयुष्मान योग, रोहिणी नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग में अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जबकि 28 मार्च को मृगशिरा नक्षत्र, सौभाग्य और सर्वार्थ सिद्धि योग में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती पुण्य प्राप्त करेंगे। चैती छठ महापर्व में खरना के दिन कुमार कार्तिकेय की माता देवी स्कंदमाता की पूजा होती है। वहीं, संध्या अर्घ्य के दिन माता कात्यायनी और प्रात: अर्घ्य के दिन माता कालरात्रि की पूजा होती है। चैत्र नवरात्रि के दौरान जो श्रद्धालु चैती छठ का व्रत रखते हैं, उन्हें छठ मैय्या के साथ इन देवियों का भी आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस व्रत से बल, आरोग्य, समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
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