-पारंपरिक रीति रिवाज से लोटा पानी देकर किया गया स्वागत
-मां रूपी सोरेन और पत्नी कल्पना सोरेन भी थी साथ
-ग्रामीणों की सुनी समस्या, समाधान का दिया आश्वासन
अंजनी कुमार
गोला (आजाद सिपाही)।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार की रात बाहा पर्व एवं होली मनाने अपने पैतृक गांव गोला प्रखंड के नेमरा गांव पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, मां रुपी सोरेन और अन्य रिश्तेदार भी नेमरा आये। मुख्यमंत्री करीब आठ बजे सड़क मार्ग से नेमरा गांव पहुंचे। रामगढ़ उपायुक्त माधवी मिश्रा और पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने पौधा देकर मुख्यमंत्री का नेमरा में स्वागत किया। इसके बाद उनके परिजनों और गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित उनके परिवार का पारंपरिक रीति-रिवाज लोटा पानी के साथ जोरदार तरीके से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री सोरेन रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार को अपने पैतृक गांव में आदिवासी समाज के लोगों के साथ बाहा पर्व में भाग लिया। बाहा पर्व के दौरान संथाली रीति रिवाज से पूजा अर्चना की गयी। इधर, मुख्यमंत्री के आगमन की खुशी में उनके गांव में जश्न का माहौल रहा। बाहा पर्व में शामिल होने से पूर्व ग्रामीणों ने जाहेर स्थान की साफ-सफाई पहले से की गयी थी। यहीं पर मुख्यमंत्री के साथ ग्रामीणों ने पूजा में भाग लिया। पाहन श्याम लाल सोरेन मुख्यमंत्री को बाहा पूजा करवाया। बता दें कि मुख्यमंत्री हर साल होली पर अपने पैतृक गांव पहुंचते हैं। ग्रामीणों से मिलते हैं। साथ ही जाहेर स्थान में बाहा पूजा कर बकरे की भी बलि भी देते हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पहुंचने से पहले ही चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गयी थी। मौके पर कांग्रेस नेता बजरंग महतो रामगढ़ के उप विकास आयुक्त नागेंद्र सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी मोहम्मद जावेद हुसैन, एसडीपीओ किशोर कुमार रजक, गोला बीडीओ संतोष कुमार, सीओ उदय कुमार, मांडू इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता, गोला इंस्पेक्टर राजेश कुमार व बरलंगा थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह सदलबल मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने सुनी ग्रामीणों की समस्या
बाहा पर्व में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक आवास परिसर में ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हुए। ग्रामीणों ने कई समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। जिसका मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों से बात कर जल्द समाधान करने का निर्देश भी दिया।