साहिबगंज। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के विधानसभा क्षेत्र पाकुड़ में आनेवाली बरहड़वा नगर पंचायत में नगर विकास विभाग की योजना में प्राक्कलन घोटाले का खुलासा हुआ है। बरहड़वा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 14 के लबदा में असमल्ला पोखर के जीर्णोद्धार के लिए करीब 25 लाख रुपये का प्राक्कलन बना दिया गया। यह तालाब 230 गुना 190 फीट तथा 175 गुना 173 फीट क्षेत्रफल का है। गहराई पांच फीट करनी थी।

तालाब को पांच फीट गहरा बनाने के लिए 25 लाख खर्च का अनुमान
भूमि संरक्षण विभाग द्वारा 200 गुना-200 फीट लंबाई और चौड़ाई में 12 फीट गहराई के तालाब के निर्माण के लिए 10 लाख रुपये का प्राक्कलन बनाया जाता है, लेकिन यहां उतने ही क्षेत्रफल को मात्र पांच फीट गहरा करने के लिए 25 लाख रुपये का प्राक्कलन बना दिया गया। वह भी तब, जब तालाब वहां पहले से मौजूद है। प्राक्कलन में तालाब से निकलने वाली मिट्टी को दूर फेंकने का प्रावधान किया गया था। इसके अलावा, तालाब में मौजूद पानी को भी सुखाने के लिए राशि का प्रावधान किया गया था।

इसमें भी महज तीन ही फीट की गयी खुदाई
25 लाख रुपये के प्राक्कलन में भी पांच फीट की जगह तीन फीट ही खुदाई की गयी। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, उपायुक्त और अन्य पदाधिकारियों से की। शिकायत के बाद संवेदक ने पुन: मशीन लगा कर तालाब को पांच फीट गहरा करा दिया है।

मामले की करायी जायेगी उच्च स्तरीय जांच
उधर, मामला संज्ञान में आने के बाद उपायुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारी देवराज गुप्ता से मामले की जांच रिपोर्ट मांगी थी। देवराज गुप्ता ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया था। इसमें सहायक अभियंता अरविंद मुर्मू, कनीय अभियंता प्रेम कुमार और नगर पंचायत के पदाधिकारी विजय कुमार शामिल थे। जांच रिपोर्ट उपायुक्त को उपलब्ध करा दी गयी है, जिससे वह संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही है।

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