-मुख्यमंत्री ने सदन में राज्यापाल के अभिभाषण पर रखा सरकार का पक्ष
-विपक्ष पर साधा निशाना, तो अपनी सरकार के कामकाज को भी बताया
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने है कहा कि राज्य की पहचान और वजूद की जिम्मेदारी सिर्फ सांसद और विधायकों की ही नहीं आम आदमी तक की होती है। यह जिम्मेवारी सभी लोगों की है। हमने जोहार शब्द का प्रयोग करना शुरू किया। पहले विपक्ष इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करता था पर आप देखेंगे कि विपक्ष के अपने पार्टी कार्यालय में परमानेंट जोहार का बोर्ड लगा रखा है। राज्यपाल ने भी अपने शपथ ग्रहण में शुरूआत जोहार शब्द के साथ की। मुख्यमंत्री बुधवार को विधानसभा सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा पर बोल रहे थे।
विपक्ष की बातों का दिया जवाब:
गौरतलब है कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन को संबोधित किया था। उनके अभिभाषण पर मंगलवार और बुधवार को धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने इस पर अपना पक्ष रखा। अंत में सरकार की ओर से अभिभाषण पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी बात रखी। हेमंत ने कहा कि आज राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का आखिरी दिन है। पहले दिन चर्चा में जिस तरह से माननीय लोगों ने हिस्सा लिया तो लगा कि कुछ तो सकारात्मक होगा, लेकिन जो दिखा उसमें कुछ कहा नहीं जा सकता है। अभिभाषण पर विपक्ष के लोगों ने कहा कि इसमें सरकार ने केवल अपनी बात कही, पर फैक्ट कुछ और है। विपक्ष बताये कि हमने स्कॉलरशिप की राशि बढ़ायी या नहीं? 20 लाख राशन कोर्ड बनाये या नहीं? यहां के बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं?
विपक्ष नहीं चाहता कि आदिवासी विकास करे:
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरअसल विपक्ष चाहता ही नहीं की आदिवासी विकास करे। आदिवासी बड़े-बड़े पदों पर पहुंचे। विपक्ष में बैठे लोगों ने तो सबसे ज्यादा समय शासन किया। विपक्ष में बैठे लोग गुजरात में शासन करते हैं। महाराष्ट्र में शासन करते हैं। वहां विकास कर दिया, लेकिन झारखंड पीछे रह गया। ऐसा क्यों हुआ? भाजपा योजनाबद्ध तरीके से इस राज्य को चारागाह और लूटखंड बनाये रखना चाहती है। आज ये भ्रष्टाचार की बात करते हैं। आज जो अधिकारी जांच एजेंसियों के दायरे में हैं, ये भ्रष्टाचार के वो पेड़ हैं जिन्हें इन लोगों ने ही जमीन दी। पानी दिया। उसे सींचा। अब जब वे पकड़े जा रहे हैं तो उसका ठिकरा हमारी सरकार पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यही वजह है कि आज आदिवासियों, गरीबों और पिछड़े वर्ग के लोगों को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है।
पॉजिटिव सोच के साथ सरकार चलाने के प्रयास:
हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार इसी सोच के साथ काम कर रही है कि गरीब आदिवासी, दलित मूलवासी को सम्मान मिले। हम सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं। हम जो भी योजना शुरू करते हैं, उसका लाभ सभी वर्ग के लोगों को मिलता है। सरकार अपने कार्यों को राज्यपाल के माध्यम से लोगों तक लेकर जाती है। हम पॉजिटिव सोच के साथ सरकार चलाने के प्रयास में हैं। हम चाहते तो अभिभाषण में अपनी तारीफ लिखे हैं, तो उनकी नाकामी को भी लिख सकते थे। 20 सालों के बाद विपक्ष के लोगों को ट्रेनिंग मिल रही है कि विपक्ष में रहकर कैसे काम किया जाता है। अब ये सीख रहे हैं कि कैसे सवालों को उठायें। हेमंत सोरेन ने पूजा सिंघल मामले पर कहा कि पूजा सिंघल इस राज्य की अधिकारी जेल में हैं नहीं, बेल में हैं। मनरेगा घोटाला इनकी सरकार का है। चार्जशीट फाइल होता है। एक भी माइंस का जिक्र नहीं होता है।
केंद्र की नीतियां ऐसी कि हर राज्य परेशान:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोगों की सरकार जो केंद्र में चल रही हैं, उनकी नीतियां ऐसी होती हैं कि लोग परेशान होते हैं। इन्होंने जीएसटी लाया। इससे सालाना सरकार को 5-6 हजार करोड़ का नुकसान है। ये ऐसी नीति ही बनाते हैं कि राज्यों को नुकसान हो। विपक्ष में बैठे वो लोग हैं जिन्होंने 1985 का कट आॅफ डेट बना कर मिठाइयां बांटी। हाथी उड़ा कर जमीन को लूटा। स्कूलों को बंद कराया। डिजिटाइजेशन के नाम पर प्रधानमंत्री से भी झूठ बोलवाया। ये वही लोग हैं जिन्होंने कहा कि राज्य के युवा किसी काम के नहीं। विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया। आजसू के लंबोदर महतो सदन में थे। उनपर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दल से उधर के हैं लेकिन दिल से इधर के हैं। विपक्ष को लपेटते हुए कहा कि वे जिस खनन की बात कर रहे हैं उसकी जांच के लिए हमने एसआईटी गठित कर दी है।
भारत विश्व का सबसे गरीब देश बन जायेगा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष की नीतियों की वजह से वो दिन दूर नहीं जब भारत विश्व का सबसे गरीब देश बन जायेगा। एलआइसी बम जो फटा है, उससे सभी हलकान हैं। बैंक की भी दशा यही है। मौजूदा बैंक सुरक्षित नहीं हैं। हम तो कहते हैं कि पैसे बैंक में नहीं रखो पॉलीथिन में रख कर मिट्टी में गाड़ दो। यही सुरक्षित रहेगा। हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष येन केन प्रकारेण सरकार को परेशान करना चाहती है। उस दिन ही सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है, जिस दिन से सरकार बनी है। इनका आरोप तथ्यहीन है हमारी सरकार जो बोलती है वो करती है। बोलने के लिए तो बहुत तैयारी कर आया था, लेकिन जिन्हे सुनाना था वो तो चले गये।