नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इनकम टैक्स को लेकर कांग्रेस पर लगातार हमलावर है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस कानून से ऊपर नहीं है। देश के कानून का कोई भी उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। आयकर नहीं भरने पर संबंधित विभाग कानून के तहत कार्रवाई कर सकता है, लेकिन कांग्रेस इस मामले में लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हाशिये पर रहने वाली पार्टी ही इस तरह से कानून का उल्लंघन करती है और अगर एजेंसी कार्रवाई करे तो लोगों को गुमराह करने की कोशिश करती है। जेल से बेल तक सभी नेता एक मंच पर जुटे हैं। फ्रॉड किए लोग जमा हो रहे हैं।

जफर इस्लाम ने कहा कि जिस मामले में कांग्रेस पार्टी शोर मचा रही है वो मामला 2014 से 2021 से चला आ रहा है। आयकर विभाग ने कांग्रेस को कई रिमाइंडर भेजा। जवाब न मिलने पर इनकम टैक्स के प्रावधान 226 (3) के तहत कार्रवाई की तो कांग्रेस ट्रिब्यूनल के पास गई लेकिन उसे वहां से कोई राहत नहीं मिली। 13 मार्च को कोर्ट ने पार्टी की अर्जी खारिज कर दी। साल 2021 में आयकर के प्रावधान 153(सी) के तहत री-एसेसमेंट का आदेश जारी किया गया। कई बार रिमाइंडर दिया गया लेकिन कांग्रेस पार्टी सोती रही। पार्टी देश का कानून का पालन करना ही नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि कोर्ट से भी पार्टी को कोई राहत नहीं मिली। 2014-2021 तक के दस्तावेज देखने के बाद हाई कोर्ट ने फटकार लगाई है। कांग्रेस ने कई चीजों में टैक्स की चोरी की है, 520 करोड़ को छुपाया। 24 मार्च 2024 में हाई कोर्ट ने फटकार लगा आदेश दिया है। अब कांग्रेस पार्टी को देश के संवैधानिक संस्थाओं का भी अपमान करने लगी है। सभी दल न जाने किसके खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

जफर इस्लाम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद को कानून से ऊपर समझती है। वे राजपाठ मेवा के लिए करते हैं। लेकिन देश में अभी मोदी का काल है सबके लिए कानून बराबर है। कानून का सभी को पालन करना ही पड़ेगा। आज विपक्षी दल संस्था को धमकाने की कोशिश कर रही है, यह दर्शाता है कि वे हार मान चुके हैं। उन्होंने अपने शासन काल में देश का 12 लाख करोड़ रुपये लूटा है। अब कर की चोर करती है लेकिन जनता जवाब जरूरी देगी। कांग्रेस अब सिंगल डिजिट में सिमट जाएगी। देश में लोकतंत्र है, था और हमेशा रहेगा।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version