अब हर महीने काम का होगा मूल्यांकन
रांची। झारखंड सरकार ने ग्राम पंचायत के सुढृढ़ीकरण योजना के तहत एक कदम और बढ़ाया है। राज्य के 17380 पंचायत स्वयंसेवक अब पंचायत सहायक कहलायेंगे। इन्हें पंचायत के विकास कार्यों में भागीदार बनाने के लिए सरकार 2500 रुपये काम के बदले प्रोत्साहन-सम्मान राशि देगी। इन्हें किसी तरह का मानदेय नहीं दिया जायेगा। इनकी रिटायरमेंट आयु सीमा भी तय की गयी है, एक-एक साल विस्तार करने के बाद अधिकतम 60 वर्ष तक इनसे काम लिया जा सकता है। हालांकि इसके पूर्व भी इन्हें हटाया जा सकता है। ग्राम पंचायतें ग्राम सभा का अनुमोदन लेने के बाद पंचायत स्वयं सेवकों से एक वर्ष के लिए पंचायत सहायक के रूप में कार्य ले सकेंगी। उनके वार्षिक कार्यों का मूल्यांकन प्रतिवेदन ग्राम सभा के समक्ष रखा जा सकेगा। ग्राम सभा की अनुशंसा के आलोक में मुखिया उन्हें पुन: एक वर्ष तक कार्य सौंप सकेंगेण् पंचायत सहायक के कार्यों का मूल्यांकन मुखिया, पंचायत सचिव द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा। काम असंतोषप्रद रहा तो अनुशंसा के आधार पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी कार्यमुक्त करने में सक्षम होंगे। जिला पंचायती राज पदाधिकारी के आदेश के विरुद्ध निदेशक पंचायती राज के पास वे अपील एक माह के भीतर कर सकेंगे।