-रोटी, कपड़ा और मकान प्राथमिकता: चंपाई
-मुख्यमंत्री ने गम्हरिया स्थित खरकई गंजिया बराज में विभिन्न योजनाओं का किया उद्घाटन-शिलान्यास
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि सरकार राज्य के सतत विकास की दिशा में लगातार प्रयत्नशील है। योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री गुरुवार को सरायकेला-खरसावां के गम्हरिया प्रखंड स्थित खरकाई गंजिया बराज में विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
सभी किसानों के खेतों में पहुंचायेंगे पानी:
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई-पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयासरत है। इसी क्रम में पाइपलाइन सिंचाई योजना का शिलान्यास किया गया। प्रयास है कि आने वाले दिनों में छोटे-बड़े सभी वर्ग के किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिए पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंचाया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से राज्यवासी लाभान्वित हो रहे हैं। अब सरकार ने 50 वर्ष की उम्र पूरी कर चुकी महिलाओं के लिए पेंशन योजना की शुरुआत की है।
सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक, शैक्षणिक-सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने का काम निरंतर जारी है। बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्च सरकार निर्वहन कर रही है। उत्कृष्ट विद्यालयों में बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल कर रहे हंै। सरकार ने अतिरिक्त 20 लाख हरा राशन कार्ड बनाकर गरीबों को राशन मुहैया कराया है।
मुख्यमंत्री ने दी ये सौगातें
मुख्यमंत्री ने सरायकेला-खरसावां को 84 योजनाओं की सौगात दी। इसमें 11 योजनाओं का उद्घाटन और 73 योजनाओं की आधारशिला रखी गयी। इसके तहत 356 करोड़ 27 लाख रुपये खर्च होंगे।
इनकी रही मौजूदगी
मंत्री बादल, विधायक दशरथ गागराई, सबिता महतो, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग नागेश मिश्रा समेत अन्य मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने जमशेदपुर में रखी मेधा डेयरी प्लांट की आधारशिला
रांची (आजाद सिपाही)। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में ना सिर्फ आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि इसे अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा करना है। मुख्यमंत्री जमशेदपुर के बालीगुमा में मेधा डेयरी प्लांट के भूमि पूजन कार्यक्रम में बोल रहे थे। कहा कि किसानों की खुशहाली से ही राज्य की समृद्धि संभव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों में सरकार के द्वारा विकास के जो कार्य किये गये हैं, वह पिछले 19 वर्षों में नहीं हुआ। झारखंड की जनजातीय और स्थानीय भाषा-संस्कृति को बचाने और समृद्ध बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में बच्चे अब अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करेंगे। इस दिशा में शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेएसएससी की पेपर लीक की वजह से रद्द हुई परीक्षा को लेने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। यह परीक्षा बहुत जल्द आयोजित की जायेगी। लगभग 30 हजार शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है।
सरायकेला-खरसावां को मिली 356.27 करोड़ की विकास योजनाओं की सौगात
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