नाले से बहने वाले पानी को फिल्टर कर शहरी क्षेत्र में की जाएगी आपूर्ति
रामगढ़। रामगढ़ शहर में पेयजल आपूर्ति की समस्या को दूर करने के लिए बड़े स्तर पर योजना तैयार की गई है। 205 करोड़ की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना से रामगढ़ शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति की समस्या न सिर्फ दूर होगी बल्कि हर घर में साफ पानी पहुंचेगा। इसके लिए रामगढ़ जिला प्रशासन ने काम भी शुरू कर दिया है। टेंडर के बाद दिल्ली की कंपनी ने पूरा सर्वे कर लिया है।
24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा प्लांट
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि यह परियोजना 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। इस परियोजना का ट्रायल भी तीन महीने तक किया जाएगा। अगर इस दौरान कहीं भी खामी नजर आई तो उसे तत्काल दूर किया जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस कंपनी को यह काम दिया गया है वह 15 वर्षों तक इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का ऑपरेशन और मेंटेनेंस भी करेगी।
सुगिया और गोबरदाहा में स्टोर किया जाएगा पानी
इस परियोजना को बेहद बारीकी से बनाया गया है। सुगिया और गोबरदाहा में पानी को स्टोर करने के लिए लगभग नौ एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है। सुगिया में 4.5 एकड़ जमीन अधिग्रहित किया गया है, जहां 17 एमएलडी पानी को स्टोर कर फिल्टर किया जाएगा। गोबरदाहा में 4.9 एकड़ जमीन को अधिकृत किया गया है। वहां पर 23 एमएलडी पानी को स्टोर कर फिल्टर किया जाएगा। इतने बड़े पैमाने पर पानी की सप्लाई भी प्रतिदिन शहरी क्षेत्र में होगी।
69000 घरों में पानी पहुंचाने का रखा गया लक्ष्य
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से रामगढ़ छावनी परिषद और नगर परिषद क्षेत्र में 69000 घरों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि रामगढ़ छावनी क्षेत्र के 45000 और नगर परिषद के 24000 घरों को पानी देने की क्षमता सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की रहेगी।