108 एंबुलेंस कर्मचारी बीते कई दिनों से हड़ताल पर, दुर्घटना में घायल लोगों की जान जोखिम में
रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। बाबूलाल ने 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों की दयनीय स्थिति के संबंध में राज्य सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 108 एंबुलेंस कर्मचारी आर्थिक तंगी, वेतन में कटौती और अस्थायी नौकरी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
बाबूलाल मरांडी का पोस्ट
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर कहा है, राज्य सरकार 108 एंबुलेंस सेवा को आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ बताती है, लेकिन इसके कर्मचारियों की स्थिति दयनीय है। झारखंड के 108 एंबुलेंस कर्मचारी आर्थिक तंगी, वेतन में कटौती और अस्थायी नौकरी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने आगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि, वे एयर एंबुलेंस का सब्जबाग दिखाने बजाय आपातकालीन 108 एंबुलेंस सेवा को सुदृढ़ करें, ताकि दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों में भी मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा मिल सके।
सत्ता पक्ष के विधायक ने भी उठायी आवाज
विधानसभा सत्र के 15 वें दिन, 21 मार्च 2025 को सत्ता पक्ष के विधायक मनोज कुमार यादव ने भी 108 एंबुलेंस कर्मचारियों के समस्याओं को सदन में रखा था। उन्होंने कहा था कि, एंबुलेंस सेवा ठप रहने के कारण मरीज खास कर वाहन दुर्घटना में घायल लोगों की जान जोखिम में है। एंबुलेंस सेवा समय पर नहीं उपलब्ध होने से कई घायलों की असमय मौत हो जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की थी कि शीघ्र अस्पताल में 108 एंबुलेंस सेवा हो, जिससे दुर्घटना में घायल मरीजों को तुरंत अस्पताल तक पहुंचाया जा सके। मालूम हो अपनी मांगों को लेकर 108 एंबुलेंस कर्मचारी बीते कई दिनों से हड़ताल पर हैं। जिसके कारण राज्य में 108 एंबुलेंस सेवा बाधित है। 108 एंबुलेंस कर्मचारियों ने सरकार से कम वेतन, समय पर भुगतान और उचित सुविधाओं की मांग की है।