रांची। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ ) ने गैरीसन इंजीनियर और कैशियर के ठिकानों पर तलाशी के दौरान एक डायरी बरामद की है, जिसमें मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमईएस) में कमीशनखोरी से जुड़े कई नामों का ब्यौरा है। सीबीआइ का कहना है कि इस डायरी के आधार पर वह अब जांच की दिशा को और विस्तार देंगे, जिससे सामने आए काले धन और भ्रष्टाचार की पूरी जाँच की जा सकेगी।
गैरीसन इंजीनियर साहिल रातु सरिया की गिरफ्तारी 19 अप्रैल को हुई थी, जब सीबीआइ ने उन्हें उनके कार्यालय से रंगे हाथ घूस लेते हुए पकड़ा था। बाद में सीबीआइ की टीम ने उसके नामकुम स्थित घर पर छापेमारी की, जहां पहले असहयोग का सामना करना पड़ा था। हालांकि, छापेमारी के बाद सीबीआइ ने इंजीनियर के घर से नकद राशि और अन्य संपत्ति बरामद की, जिसमें तीन करोड़ रुपये से अधिक की रकम शामिल थी।
तलाशी के दौरान मिली डायरी में ठेकेदारों से कमीशन के तौर पर वसूली गई राशि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, साथ ही उन लोगों के नाम भी दर्ज हैं, जिन्होंने इन घूसखोरी की घटनाओं में साझेदारी की थी। सीबीआइ ने पुष्टि की है कि इस डायरी में कई अन्य महत्वपूर्ण तथ्य हैं जो आने वाले दिनों में जांच को दिशा देंगे।
इसके साथ ही, सीबीआइ के अधिकारियों का कहना है कि अब इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में एक और प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है। इस मामले में जल्द ही अधिक जानकारी सामने आ सकती है, जिससे मिली जानकारी के आधार पर उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है, जो इस भ्रष्टाचार में संलिप्त रहे हैं।