पलामू। ईद पर पलामू जिले के हुसैनाबाद और हैदरनगर की विभिन्न मस्जिदों में मुसलमानों ने ईद की नमाज अदा करने के लिए काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन बिल के प्रति विरोध जताया। साथ ही सभी ने हाथ उठाकर एक स्वर में बिल को वापस लेने की मांग की।

हैदरनगर की बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अहमद अली खान ने सबसे पहले सभी देश वासियों को ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि सरकार हमारी धार्मिक आजादी पर रोक लगाने की साजिश कर रही है। मुसलमानों की ओर से चार पांच सौ साल पहले दान की गई जमीन जैसे मदरसा, मस्जिद, कब्रिस्तान पर सरकार कब्जा करना चाहती है। इन जगहों पर पढ़ाई और धार्मिक कार्य होते हैं। सरकार इन्हें अपने तरीके से इस्तेमाल करना चाहती है।

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार हमारे कानून में हस्तक्षेप न करे। हम जैसे इन जगहों का इस्तेमाल करते आए हैं, वैसे ही करने दिया जाए। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल से हमारी आजादी सीमित की जा रही है। यह अनुचित है। हम वर्ष 2014 से पहले भारत हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी जैसे प्रेम से रहते आए हैं, वैसे आगे भी मिल जुल कर रहेंगे। हमें तोड़ने की साजिश करने वाले खुद टूट जाएंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को बनाए रखे। ऐसे बिल से समाज में खटास आएगी। सरकार से अपील है कि वह अमन और शांति बनाए रखे।

पलामू के जिन मस्जिदों में काली पट्टी लगा कर नमाज की गयी। इनमें ईद गाह हुसैनाबाद, इस्लामगंज, राजटोली मस्जिद, चिक टोली मस्जिद, हैदरनगर बाजार मस्जिद, करीमनडीह मस्जिद, कबरा खुर्द मस्जिद, तारा मस्जिद, रामबांध मस्जिद, सबनवा मस्जिद, कोशिया ईदगाह शामिल है।

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