काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के साथ किए गए सभी समझौते के कार्यान्वयन को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने महाकाली संधि से लेकर टनकपुर संधि तक और पंचेश्वर से लेकर अन्य सभी समझौते को आगे बढ़ाकर कार्यान्वयन करने की बात दोहराई है।

सुदूरपश्चिम प्रदेश के विधानसभा को सोमवार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि इस प्रदेश के विकास के लिए भारत के साथ हुए कई समझौते को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नेपाल का सबसे पिछड़ा प्रदेश होने के कारण इसके विकास के लिए भारत के साथ कई समझौते किए गए हैं जिसे आगे बढ़ाने का समय आ गया है।

प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि भारत के साथ लंबे समय से पंचेश्वर बहुउद्देशीय समझौता अब तक लंबित है, जिसे पूरा करने के लिए दोनों देशों के बीच में लगातार बातचीत हो रही है। ओली ने कहा कि जबसे उनके नेतृत्व में सरकार बनी है तब से भारत के साथ हुए पंचेश्वर समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए वार्ता जारी है और निकट भविष्य में ही इसके पूरा होने की उम्मीद है।

उन्होंने भारत सरकार के सहयोग से महाकाली नदी पर बन रहे मोटरेबल पुल के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में होने और जल्द ही इसका उद्घाटन होने की जानकारी दी। ओली ने कहा कि भारत और नेपाल द्वारा संयुक्त रूप से बनाए जा रहे दोधारा चांदनी ड्राईपोर्ट का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है जिससे इस प्रदेश के विकास में काफी मदद मिलने वाली है।

प्रदेश के विधानसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि सुदूर पश्चिम प्रदेश में एक मेडिकल विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए भी भारत सरकार से बातचीत चल रही है और उन्हें विश्वास है कि भारत सरकार इसमें मदद करेगी। उन्होंने उत्तराखंड और सुदूर पश्चिम प्रदेश के बीच घनिष्ठ धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध के कारण इस प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार के सहयोग से एक बड़ी परियोजना तैयार होने की जानकारी भी दी है।

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