नई दिल्ली। ऑफिस स्पेस मैनेज करने वाली कंपनी न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस के शेयरों ने मंगलवार को कंपनी के आईपीओ निवेशकों को काफी निराश किया। कंपनी के शेयर 234 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे, लेकिन आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी एंट्री 46.80 रुपये यानी 20 प्रतिशत के डिस्काउंट के साथ 187.20 रुपये के भाव पर हुई। हालांकि, लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव में ये शेयर टूट कर 177.90 रुपये के स्तर तक आ गया, लेकिन इसके बाद खरीदारों ने लिवाली शुरू कर दी। इस खरीदारी के सपोर्ट से ये शेयर थोड़ी ही देर में उछल कर 196.55 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गया। इस रिकवरी के बावजूद कंपनी के आईपीओ निवेशकों को पहले दिन ही 37.45 रुपये यानी 16 प्रतिशत का नुकसान हो गया।
न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस का 31.70 करोड़ रुपये का आईपीओ 24 से 27 फरवरी के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.29 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 0.87 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। वहीं रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी नए केंद्रों की स्थापना करने, आईटी प्लेटफॉर्म्स बनाने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 67.27 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 1.19 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीने यानी अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच कंपनी को 1.51 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है। इस अवधि में कंपनी 21.34 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर चुकी है।