वेटिकन सिटी। रोम के गेमेली अस्पताल से ठीक होकर लौटे पोप फ्रांसिस गाजा पट्टी के हालात से बेहद दुखी हैं। उन्होंने रक्तपात रोकने का आह्वान किया है। डबल निमोनिया के इलाज के लिए 14 फरवरी से भर्ती 88 वर्षीय पोप को कल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
वेटिकन न्यूज के अनुसार, अस्पताल से बाहर निकलने से पहले पोप ने समस्त स्टाफ का आभार जताया। इसके बाद अस्पताल की बालकनी में पहुंचे और उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने करीब तीन हजार लोगों को अंगूठा दिखाते हुए संकेत दिया कि वह स्वस्थ हैं। उन्होंने बेहद धीमी आवाज में कहा “सभी का धन्यवाद!” इसके बाद पोप अस्पताल से बाहर आए। यहां से वह अपनी पसंदीदा सफेद फिएट 500 एल कार से रवाना हुए। वह अगली सीट पर बैठे थे और उन्होंने नाक में ऑक्सीजन की ट्यूब लगाई हुई थी। वह सबसे पहले सेंट मैरी मेजर के बेसिलिका पहुंचे। यहां उन्होंने कार्डिनल रोलांडस मकरिकस से मुलाकात की। पोप ने यहां उनसे फूल लेकर मैरी सालस पॉपुली रोमानी के आइकन के सामने चढ़ाए। पोप हमेशा विदेश यात्रा पूरी करने के बाद सबसे पहले यहीं जाते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि पोप फ्रांसिस को वेटिकन में दो महीने आराम और स्वास्थ्य लाभ की जरूरत है। इस दौरान उन्हें बड़े समूहों से नहीं मिलना चाहिए।
होली सी प्रेस कार्यालय ने पोप फ्रांसिस की वापसी पर उनका बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि वो गाजा पट्टी पर इजराइली बमबारी दुखी हैं। उन्होंने हथियारों पर तत्काल रोक लगाने और दोबारा बातचीत शुरू करने का आह्वान किया है। पोप ने आर्मेनिया और अजरबैजान के शांति समझौते पर राजी होने पर खुशी जताई है।