भारत 2030 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। अहम बात यह है कि भारत की इकोनॉमी जापान, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे विकसित देशों को पछाड़कर यह मुकाम हासिल करेगी। यह अनुमान अमेरिकी सरकार की एक एजेंसी ने किया है।

अमेरिका के डिपार्टमेंट फॉर एग्रीकल्चर इकोनोमिक रिसर्च सर्विस ने संभावना जताई है कि भारतीय अर्थव्यवस्था औसतन 7.4 प्रतिशत की दर से सालाना बढ़ेगी और इसके 2030 तक 6.80 ट्रिलियन डॉलर हो जाने का अनुमान है। देश की इकोनॉमी जापान (6.37 ट्रिलियन डॉलर) और जर्मनी (4.38 ट्रिलियन डॉलर) की अर्थव्यवस्थाओं से आगे निकल जाएगी।

इससे भी अधिक अगले 15 सालों में भारत का सालाना आर्थिक उत्पादन ब्रिटेन (3.6 ट्रिलियन डॉलर) और फ्रांस (3.44 ट्रिलियन डॉलर) की तुलना में लगभग दोगुना हो जाएगा।

भारत का भविष्य उज्ज्वल बताते हुए भारतीय मुद्रा कोष के प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लगार्दे ने अनुमान जताया है कि एशिया की तीसरी अर्थव्यवस्था भारत 2030 तक जर्मनी को पीछे छोड़ देगा।

भारत की युवा आबादी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाएगी और बूढ़ी होती विकसित देशों की आबादी के मुकाबले में ये युवा भारत को विकसित करने में मददगार साबित होंगे।

 

विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश भारत में जरूरतों को पूरा करने की चाहत में मोबाइल फोन, इलेक्ट्रानिक्स सामान कार और घरों की मांग बढ़ेगी।

भारत के थिंक टैंक निति आयोग ने रविवार को अनुमान जताया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले 15 साल तक औसतन 8 प्रतिशत की दर से सालाना विकास करेगी। निति आयोग के वाइस चैयरमैन अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि हमारा भविष्य काफी उज्ज्वल है। ये बहुत अच्छी बात है कि हम अगले 15 सालों में 8 फीसदी की दर से विकास करेंगे।

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