रांची: झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि झामुमो ने लिट्टीपाड़ा में परंपरागत इतिहास को दोहराया है। उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव उस वक्त हुआ, जब राज्य में सरकार की ओर से जनहित के खिलाफ कई काम किये गये। सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन और स्थानीय नीति के खिलाफ जनमत है यह चुनाव परिणाम। रघुवर सरकार और सरकार के आदिवासी-मूलवासी चाल एवं चरित्र के विरोध में जनता ने मतदान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली भी रघुवर सरकार को नहीं बचा पायी। लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में भाजपा की हार के साथ रघुवर सरकार के अंत की शुरुआत हो चुकी है। लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में झामुमो प्रत्याशी साइमन मरांडी की जीत के बाद कांके रोड स्थित अपने आवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में झामुमो के विधायक कुणाल षाडंÞगी भी मौजूद थे।

भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे वरीय नौकरशाह
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार ने चुनाव को प्रभावित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरी सरकार और नौकरशाह लिट्टीपाड़ा के चार प्रखंडों में कैंप कर रहे थे। राज्य के वरीय नौकरशाह भी भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे। हेमंत ने कहा कि सीएम ने प्रधानमंत्री से आधी-अधूरी योजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन करवाकर उन्हें और मतदाताओं को भटकाने की पूरी कोशिश की, फिर भी जीत झामुमो की हुई। इस जीत के लिए उन्होंने लिट्टीपाड़ा के मतदाताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई और शुभकामना दी।
सब कुछ ठीक-ठाक होता तो भाजपा प्रत्याशी की जमानत नहीं बचती : हेमंत सोरेन ने कहा कि 172 बूथ वाले विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के दिन 50 मशीनें खराब होना। कई जगहों पर देर से मतदान शुरू होना। भाजपा ने मतदाताओं को रोकने का असफल प्रयास किया, अगर सब कुछ ठीक-ठाक होता तो भाजपा की जमानत तक नहीं बचती।
जनता जानती है कौन है भाजपा की बी टीम : हेमंत ने कहा कि चुनाव में गैर भाजपा दलों के साथ गठबंधन की कोई बात नहीं हुई थी। कांग्रेस समेत अन्य दलों ने झामुमो को समर्थन दिया था। झाविमो पर निशाना साधते हुए हेमंत ने कहा कि कौन भाजपा की बी टीम है यह जनता जानती है। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया है।

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