नई दिल्ली: रेल मंत्री सुरेश प्रभु के सपनों की रेल सारे वायदे करती है बस समय से पहुंचाने की गारंटी नहीं लेना चाहती। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि सुरेश प्रभु ने अपना सारा ध्यान यात्रियों को समय से पहुंचाने पर दिया है। लगातार ट्रेनों के आवागमन की देरी को लेकर मिल रही शिकायतों पर रेल मंत्री अब चुप बैठने के मूड में नहीं है। रेल मंत्री ने ट्रेनों में देरी को लेकर संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। और साफ कर दिया है कि अब किसी तरह की लापरवाही पर सीधे कार्रवाई की जाएगी।
रेल मंत्रालय की तरफ से सभी जोन के अधिकारियों को ट्रेन में होने वाली देरी को रोकने के लिए रात में सीनियर अधिकारियों को तैनात करने के लिए कहा गया है। वो अधिकारी रात के 10 बजे से सुबह 7 बजे के बीच निगरानी करेंगे कि आखिर ट्रेनें क्यों लेट हो रही है। साथ ही ट्रेन समय से अपने गंतव्य तक पहुंचे ये भी सुनिश्चित करेंगे।
रेलवे के अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है कि वो जल्दी सुधार करने वाले कदम उठाएं, ताकि ट्रेनें अपने गंतव्य पर सही समय से पहुंच सके। अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
ट्रेनों के सही समय पर पहुंचने को लकेर जो क्षेत्रीय रेलवे के प्रदर्शन का विश्लेषणात्क रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक करीब 4 प्रतिशत की गिरावट आई है। जिस पर रेल मंत्री ने गहरी चिंता व्यक्त की है। रेल मंत्रालय के तरफ से लिखे गए पत्र में वाराणसी, मुंबई, संबलपुर, दानापुर, समस्तीपुर, झांसी, जबलपुर सहित 11 डिवीजन का प्रदर्शन ज्यादा खराब है।
रेल मंत्रालय की तरफ से जारी पत्र में रेलवे डिविजनों को आपसी समन्वय पर जोर देने को कहा गया है। साथ ही गलती की कोई कोई गुंजाइश ना हो ये भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।