हजारीबाग: आखिर कौन पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा और स्थानीय सांसद सह केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा को बारबार बदनाम करने की साजिश रच रहा है? इसकी चर्चा आजकल लोगों की जुबान पर जोरशोर हो रही है। शुक्रवार को इसी तरह का एक मामला सामने आने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के निर्देश के बाद सांसद प्रतिनिधि भौमिक ने इस बाबत एसपी अनूप बिरथरे को आवेदन देकर मामला बड़कागांव थाने में दर्ज कराया है। एसपी ने भी मामले की पुष्टी करते हुए दोषीयों के खिलाफ जांचोपरांत कार्रवाई करने की बात कही है। इस मामले में दबे जुबान से भाजपा के कुछ नेताओं का नाम सामने आ रहा है। जिनके द्वारा बड़कागांव व आसपास के दस बेरोजगार युवकों से मोटी रकम लेकर एनटीपीसी में नौकरी लगाने का झासा दिया गया। इतना ही नहीं ऐसा करने वाले व्यक्तियों ने एक सादे कागज पर लिखे गये आवेदन में सांसद सह केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा का फर्जी हस्ताक्षर कर एनटीपीसी को भेज दिया। नौकरी लगाने का यह गोरख धंधा पीछले छह माह से चल रहा था।

जब ठगी के शिकार हुए युवकों ने लंबा समय गुजर जाने के बाद नियुक्ति पत्र नहीं मिला तो उक्त युवकों ने एनटीपीसी कार्यालय से संपर्क किया। जिसके बाद मामले का भंडाफोड़ हुआ। इस तरह का खेल चुनाव का समय नजदीक आते ही वर्ष 2004 व 2014 में भी रची गयी थी। लेकिन उस वक्त मामला ठंडे वस्ते में पड़ गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष मंत्री का फर्जी हस्ताक्षर किये जाने से हलचल मच गयी है। जिसमें बड़कागांव के दो पार्टी नेता सहित एक अन्य भाजपा नेता का नाम दबी जूबान से सामने आ रहा है। सुत्रों का कहना है कि ऐसा प्रपंच यशवंत व जयंत से नाराज चल रहे भाजपा के कुछ लोगों द्वारा ही रचा जा रहा है। इस मामले में बड़कागांव पुलिस भी अपने स्तर से जांच शुरु कर दी है और पार्टी स्तर पर भी ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है। यह मामला तब पकड़ में आया जब बड़कागांव के सोनपुरा गांव निवासी एक पीड़ित युवक ने फर्जी हस्ताक्षर वाला पत्र मीडिया के सामने उजागर करने बड़कागांव आया था। लेकिन एक भाजपा नेता ने उसे अपने स्तर से डील करते हुए उसकी बात मंत्री से करायी और सारी घटना की जानकारी उन्हें दी। जिसके बाद मंत्री ने सांसद प्रतिनिधि नारायण चंद्र भौमिक को मामला दर्ज कराने का आदेश दिया।
तीन युवकों से
पुलिस ने की पूछताछ
मंत्री के निजी सहायक हिमांशु कुमार के लिखित बयान पर बड़कागांव थाना में कांड संख्या 77,17 भादवि की धारा 420, 468, 471, 467 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने संत कुमार पांडेय, मनीष कुमार व एक अन्य युवकों थाने बुलाकर पूछताछ की है।

कुछ भी बोलने से बच रहे ठगी के शिकार हुए लोग
मामले का उद्भेदन होने के बाद इस खेल में शामिल भाजपा के कुछ लोगों द्वारा शुक्रवार शाम से ही ठगी के शिकार हुए युवकों को मैनेज करने का रात भर किया गया। जिससे शनिवार को कुछ युवक मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। ठगी के शिकार हुए युवकों में दिलीप ठाकुर अंगो बेड़म, संत कुमार पांडेय शिवाडीह, जितेंद्र कुमार सोनपुरा, सुरेंद्र प्रसाद विश्रामपुर, ककसंतोष कुमार ठाकुर सोनपुरा, मनीष कुमार सोनपुरा बड़कागांव के अलावा शिवशंकर चौधरी बचरा बस्ती पिपरवार, अनिल कुमार ठाकुर पाली भदानीनगर, सुभाष कुमार ठाकुर भदानीनगर भुरकुंडा, दशरथ ठाकुर बचरा पीपरवार का नाम एनटीपीसी को लिखे गए फर्जी आवेदन में शामिल है।

क्या कहते हैं सांसद प्रतिनिधि
सांसद प्रतिनिधि नारायण चंद्र भौमिक ने कहा कि मामला सामने आने के बाद सांसद सह केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के निर्देश पर पुलिस को आवेदन देकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। फिलहाल इस मामले में अब तक किसी का नाम स्पष्ट तौर पर उजागर नहीं हुआ है। एसपी को आवेदन देने के लिए मेरे साथ भाजपा जिला अध्यक्ष टुन्नू गोप, बड़कागांव के मंडल अध्यक्ष जुगनू सिंह, हिमांशु कुमार आदि साथ गए थे। पार्टी स्तर पर भी इसकी जांच की जा रही है। दोष साबित होने पर जिन लोगों का नाम सामने आयेगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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