कोलकाता। कांग्रेस के घोषणापत्र में राजद्रोह की धारा को हटाने के वादे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तीखा हमला बोला। अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट और पश्चिम बंगाल की सिलिगुड़ी और फिर कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड मैदान में रैलियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के साथ है या फिर देशद्रोहियों के साथ है। पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस ने देश को गाली देने वालों के लिए भी एक योजना बनायी है। भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाने वाले, तिरंगा जलाने वाले और आंबेडकर की मूर्तियां तोड़ने वालों से भी कांग्रेस को सहानुभूति है। भारत के संविधान को न मानने वालों को भी बचाने का वादा कांग्रेस ने किया है।
ढकोसला पत्र है
यह दस्तावेज
पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर गहरा तंज कसते हुए उसे ढकोसला पत्र करार दिया। पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ इरादों वाली सरकार तो दूसरी तरफ झूठे वादों वाले नामदार हैं। उनका घोषणापत्र भी झूठ से भरा होता है, इसे घोषणापत्र नहीं, ढकोसला पत्र कहना चाहिए। पीएम मोदी ने लोगों से पूछा कि क्या आप इस चौकीदार से खुश हैं? उन्होंने कहा कि यह चुनाव संकल्प और साजिश, भ्रष्टाचार और भरोसे के बीच का चुनाव है। आपकी परंपरा, परिधान का सम्मान करने वालों और अपमान करने वालों के बीच यह चुनाव होना है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस के वादों को छलावा बताते हुए अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। उन्होंने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में देश के हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम किया है। इसके लिए हमने 18 हजार गांवों और तीन करोड़ परिवारों को रोशन किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह वादा 2004 में किया था, लेकिन 2014 तक उसने यह वादा पूरा नहीं किया।
पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस ने 2004 में कहा था कि 2009 तक हर घर में बिजली पहुंचायेंगे। इसके लिए प्रोग्राम भी घोषित किया, लेकिन 2014 में जब मैं आया तो देश के 18 हजार गांव और तीन करोड़ लोग अंधेरे में थे। 2014 का चुनाव आया तो फिर एक वादा दोबारा दोहराया तो कहा कि शहरों में 100 पर्सेंट और गांवों में 90 पर्सेंट बिजली पहुंचायेंगे। पीएम ने कहा कि 2004 में कह रहे थे, सबको पहुंचायेंगे। 2009 में कहा कि कुछ छूट जायेंगे और 2014 में भी यही हाल रहा।